नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने 12 मई को मतदान होगा और 15 मई को मतगणना की जाएगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ओमप्रकाश रावत ने कहा कि कर्नाटक में 4 करोड़ 96 लाख मतदाता हैं। चुनाव में 56 हजार पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। दिव्यांगों और महिलाओं के मतदान के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। चुनाव में ईवीएम मशीन के साथ वीवीपैट मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा। कर्नाटक में 72 फीसदी वोटर हैं और अब तक 97 फीसदी वोटरों को वोटर कार्ड जारी किए जा चुके हैं। चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव की सभी प्रक्रियाओं को 28 मई से पहले पूरा कर लिया जाएगा।
चुनाव आयुक्त ने कहा कि कर्नाटक में तत्काल प्रभाव से आचार संहिता लागू हो चुकी है। किसी भी राजनीतिक दल के द्वारा सुबह से शाम के 6 बजे तक लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उन्होंने कहा कि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स का इस्तेमाल किया जाएगा। उम्मीदवार 28 लाख रुपये से ज्यादा खर्च नहीं कर पाएंगे। बिना दस्तावेज के बड़ी रकम को जब्त कर लिया जाएगा।
चुनाव आयुक्त के द्वारा तारीखों के ऐलान से पहले ही भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय द्वारा तारीख 12 मई बताए जाने पर उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो मामला गंभीर है वे जांच करंगे। चुनाव की तारीखों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव एक ही चरण में होगा और 17 अप्रैल को इसकी अधिसूचना जारी होगी। 25 अप्रैल को नामांकन की जांच होगी, 27 अप्रैल तक नाम वापस लिए जा सकेंगे और मतदान 12 मई को होगा वहीं मतगणना 15 मई को होगी।