- देशभर में अब तक 19,611 COVID19 से पसेंट हुए ठीक
- मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्री को दोबारा खोलने को लेकर को गाइडलाइन जारी की
- कोविड अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या बहुत कम
- कोरोना रिपोर्ट यंहा पढ़े : कोरोना रिपोर्टकोरोना रिपोर्ट
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या अब तक 62,939 हो गयी है। इनमें 111 विदेशी हैं। 19,357 पेसेंट ठीक हुए हैं। अब तक 2109 लोगों की मौत हो चुकी है। 41,472 एक्टिव केस हैं। पिछले 24 घंटे में 3277 नए मामले सामने आए हैं और 127 लोगों की मौत हो गई है।दिल्ली में 6,923 पॉजिटिव केस हो गये हैं। अब तक 73 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में लगभग 400 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना पॉजिटिव हैं। (निजी और सरकारी दोनों), इसमें कोविड अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या बहुत कम है। दिल्ली में अब तक 2,069 लोग कोरोना वायरस से ठीक हो चुके हैं।
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 20,500 से ज्यादा मामले सामने आये हैं। गुजरात में 7796 मामले हैं। तमिलनाडु में 6635 मामले सामने आये हैं। राजस्थान में में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या बढ़कर 3,741 हो गई है। अब तक 107 की मौत हो चुकी है। आंध्र प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 50 नये मामले सामने आये हैं। इनमें से 26 गुजरात से लौटे हैं।एक व्यक्ति कर्नाटक से लौटा है। स्टेट में संक्रमितों की संख्या 1980 हो गई है। कर्नाटक में कोरोना वायरस के 53 नये मामले सामने आये हैं। इनमें 31 अजमेर व आठ अहमदाबाद से लौटे हैं। स्टेट में संक्रमितों की संख्या 847 हो गयी है। 405 लोग ठीक हो गये हैं। अब तक 31 लोगों की मौत हो गई है।बिहार में अब तक कोरोना वायरस के 629 मामले सामने आये हैं। शनिवार को पॉजिटिव मिले 49 पेसेंट में से 44 लोग प्रवासी हैं, जो देश के अलग-अलग राज्यों से लौटे हैं। ओडिशा में 58 और कोरोना वायरस के मामले सामने आये हैं। स्टे में कुल मामलों की संख्या अब 352 है। अभी 281 सक्रिय मामले हैं,68 लोग ठीक हो गये हैं। तीन लोगों की मौत हो गई है।
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होम मिनिस्टरी ने मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्री को दोबारा खोलने को लेकर को गाइडलाइन जारी की
होम मिनिस्टरी ने लॉकडाउन के बाद मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज को फिर से शुरू करने के लिए गाइडलाइन जारी किया है। यूनिट को फिर से शुरू करते समय, पहले सप्ताह को ट्रायल या टेस्ट रन पीरियड के रूप में मानें। सभी सुरक्षा और प्रोटोकॉल सुनिश्चित करें। बहुत ज्यादा उत्पादन का लक्ष्य प्राप्त करने का प्रयास न करें।यह ध्यान में रखते हुए जारी किए गए हैं कि यांत्रिक,विद्युत और रासायनिक उपकरण,जो लॉकडाउन के दौरान बंद पड़े थे वह मजदूरों के लिए जोखिम पैदा कर सकते हैं।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्य सचिवों को दिशा-निर्देशों का विवरण देते हुए एक पत्र लिखा
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के सदस्य सचिव जीवीवी सरमा ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को दिशा-निर्देशों का विवरण देते हुए एक पत्र लिखा है। सरमा ने कहा कि लॉकडाउन अवधि के दौरान कई हफ्तों के लॉकडाउन और औद्योगिक इकाइयों को बंद करने के कारण, यह संभव है कि कुछ ऑपरेटरों ने स्थापित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन नहीं किया होगा।परिणामस्वरूप, कुछ विनिर्माण सुविधाएं, पाइपलाइनें, वाल्व, आदि में अवशिष्ट रसायन हो सकते हैं, जो जोखिम पैदा कर सकते हैं। खतरनाक रसायनों और ज्वलनशील पदार्थों के साथ भंडारण सुविधाओं के साथ भी यही समस्याएं हैं।उन्होंने कहा कि जब लॉकआउट/टैगआउट प्रक्रियाएं लागू नहीं होती हैं, तो कई ऊर्जा स्रोत उन ऑपरेटरों/पर्यवेक्षकों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं जो विद्युत, यांत्रिक या रासायनिक उपकरणों की सर्विसिंग या रखरखाव कर रहे हैं।जब भारी मशीनरी और उपकरण समय-समय पर मेंटेन नही रखे जाते हैं, तो वे खतरनाक साबित हो सकते हैं।उन्होंने सभी जिलों के जिम्मेदार अधिकारियों से कहा है कि वे सुनिश्चित करें कि लॉकडाउन के दौरान और बाद में उद्योगों को दोबारा खोलते समय सुरक्षा का खास ख्याल रखा जाए। उन्होंने कहा कि औद्योगिक ऑन-साइट आपदा प्रबंधन योजनाएं सुनिश्चित हों और मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन किया जाए।यह कहते हुए कि औद्योगिक इकाइयों को फिर से शुरू करने के पहले सप्ताह को परीक्षण अवधि माना जाना चाहिए। होम मिनिस्टरी ने लोगों को उच्च उत्पादन लक्ष्य हासिल करने की कोशिश नहीं करने की भी सलाह दी है।