रांची. झारखंड विधानसभा में हंगामे के बीच मुख्यमंत्री रघुवर दास ने वित्तीय वर्ष 2018-19 का वार्षिक बजट पेश किया. मुख्यमंत्री ने 80,200 करोड़ का वार्षिक बजट पेश किया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के कई विधायक विरोधस्वरूप काली टोपी पहनकर सदन में आ गए. इसका सत्ता पक्ष के विधायकों ने विरोध किया. विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने हेमंत सोरेन से आग्रह किया कि वह अपने सदस्यों को समझाएं और सदन की गरिमा का ख्याल रखें. काली टोपी हटाने का निर्देश दिया. इस बीच संसदीय कार्य मंत्री सरयू राय ने कहा कि सदन में जो दृश्य उपस्थित हुआ है वह लज्जित करने वाला है. उन्होंने कहा कि सरकार सदन को अच्छे माहौल में चलाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है लेकिन सभी सीमाओं को लांघकर विपक्षी सदस्य आगे निकल गए हैं.
काली टोपी पहनने वाले विधायक हुए निलंबित
संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय ने कहा कि सदन में काली टोपी पहने वाले सभी विधायकों को एक दिन के लिए सदन से निलंबित किया जाए. इस पर विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने कहा कि नियमन के बावजूद जिन विधायकों नें काली टोपी पहन रखी है उन्हें आज की कार्रवाई से निलंबित किया जाता है. स्पीकर दिनेश उरांव के निष्कासन के फैसले के खिलाफ झामुमो के शेष दूसरे विधायक, कांग्रेस और झारखंड विकास मोर्चा के विधायकों ने भी सदन से वाकआउट किया.
व्यवस्था लागू करने का लक्ष्य रखा
झामुमो कांग्रेस और झाविमो विधायकों के बहिष्कार के बीच मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आगामी वित्तीय वर्ष का बजट पेश करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने न्यू इंडिया न्यू झारखंड के उद्देश्यों को पूरा किया जायेगा. इसके लिए सरकार कृतसंकल्पित है. इसके तहत हर खेत को पानी, हर हाथ को काम और व्यवस्था लागू करने का लक्ष्य रखा गया है. मुख्यमंत्री ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष के बजट भाषण में की गई कुल 142 घोषणाओं में से 121 पूर्ण हो चुकी है. और शेष 21 पूरा करने की प्रक्रिया चल रही है.