नई दिल्ली: दिल्ली से लखनऊ के बीच चलने वाली देश की पहली ट्रेन ‘तेजस एक्सप्रेस’ को लेकर IRCTC ने एक बड़ा फैसला लिया है. रेल यात्रियों को इस ट्रेन की ओर आकर्षित करने के लिए आईआरसीटीसी ने कुछ खास योजना बनाई है, जिसमें अगर यह ट्रेन अपने गंतव्य तक पहुंचने में लेट होती है तो यात्रियों को इसके लिए मुआवजा दिया जाएगा. यह मुआवजा 1 घंटे लेट होने पर 100 रुपये तो 2 घंटे से ज्यादा लेट होने पर 250 रुपये होगा. इसके साथ ही यात्रियों के लिए बीमा के साथ ही कई अन्य प्रीमियम सेवाएं और सुविधाएं दी जाएंगी. आगामी 4 अक्तूबर से यह ट्रेन दिल्ली – लखनऊ के बीच दौड़ेगी.
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IRCTC ने यात्रियों को तेजस एक्सप्रेस की ओर आकर्षित करने के लिए बड़ा फैसला लिया है. यह ट्रेन दिल्ली से शाम 3.35 बजे चलेगी और रात 10.05 बजे लखनऊ पहुंचेगी. इस ट्रेन का परिचालन मंगलवार को छोड़कर हफ्ते में 6 दिन किया जाएगा. तेजस एक्सप्रेस को एक निजी कंपनी संचालित कर रही है, जो भारत में अपनी तरह की पहली ट्रेन है. हालांकि इस ट्रेन की निगरानी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन के पास है. इस ट्रेन में विमान की तरह व्यक्तिगत LCD एंटरटेनमेंट स्क्रीन होगी. यात्रियों को वाई फाई सुविधा दी जाएगी. इसके साथ ही सेंसर टेप फिटिंग, मोड्यूलर बायो टॉयलेट, मोबाइल चार्जिंग समेत कुछ अन्य सुविधाएं भी दी जाएंगी.
इस ट्रेन में यात्रियों को जहां प्रीमियम सुविधाएं दी जाएंगी, वहीं इस ट्रेन के लेट होने की सूरत में भी यात्रियों को मुआवजा दिए जाने का ऐलान IRCTC ने किया है. इस ट्रेन के अपने निर्धारित समय से अपने गंतव्य तक पहुंचने में अगर एक घंटे की देरी होती है तो यात्रियों को इसके लिए 100 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. वहीं 2 से ज्यादा घंटे की देरी होने पर यात्रियों को 250 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा.
इस ट्रेन में 758 यात्री सफर कर सकेंगे. ट्रेन में एक्जिक्यूटिव क्लास चेयर कार होगी और यह ट्रेन एसी है.