- अमेरिकी जासूसी एजेंसी CIA की मदद से जेहादियों को प्रशिक्षण दिया था
- अर्थव्यवस्था से 100 अरब डॉलर से ज्यादा खो दिए
- पाकिस्तान ही था जिसने आतंकवादियों को प्रशिक्षित किया था
नई दिल्ल : भारत की कूटनीति के चलते अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अकेले पड़ चुके पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने अब अमेरिका के भारत की ओर झुकाव को देखते हुए उनपर जमकर हमला बोला है. इमरान खान (PM Imran khan) ने कहा कि वह पाकिस्तान ही था जिसने आतंकवादियों को प्रशिक्षित किया था, लेकिन वे आतंकवादी नहीं जेहादी थे. अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना की मौजूदगी पर सवाल उठाते हुए इमरान खान बोले – सोवियत संघ द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद उनके मुल्क ने अमेरिकी जासूसी एजेंसी CIA की मदद से जेहादियों को प्रशिक्षण दिया था. इसके 10 साल बाद अमेरिका वहां पहुंचा, और जब उन्हें लम्बे संघर्ष के बाद भी कामयाबी हासिल नहीं हो पाई, तो मुजाहिदीन को आतंकवादी करार दिया गया, और हमें दोषी ठहराया जा रहा है.
इमरान खान ने कहा – 80 के दशक में हम इन मुजाहिदीन को सोवियत यूनियन के खिलाफ जेहाद के लिए प्रशिक्षित कर रहे थे, जब उन्होंने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था. ऐसे में इन लोगों को पाकिस्तान ने प्रशिक्षण दिया है, और इन्हें अमेरिका की जासूसी एजेंसी CIA ने माली मदद मुहैया करवाई. इसके दशक बाद जब अमेरिकी अफगानिस्तान में आए, तो वे सभी गुट, जो पाकिस्तान में हैं, वे कह रहे हैं कि चूंकि अमेरिकन वहां (अफगानिस्तान में) आ गए हैं, तो अब यह जेहाद नहीं, आतंकवाद बताया जा रहा है. यह बड़ा विरोधाभासी है, और मुझे लगता है कि पाकिस्तान को तटस्थ रहना चाहिए था, क्योंकि इनमें शामिल होने की वजह से यही मुजाहिदीन गुट हमारे खिलाफ हो गए हैं.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री बोले – हमने भी अपने 70,000 लोग खोए हैं. हमने अपनी अर्थव्यवस्था से 100 अरब डॉलर से ज्यादा खो दिए. अंत में, हमें ही अफगानिस्तान में अमेरिका के कामयाब नहीं होने के लिए दोषी करार दिया गया. मुझे लगता है कि यह पाकिस्तान के साथ बहुत नाइंसाफी है.
हालांकि उनके इस बयान के बाद पाकिस्तान मे भी उनके बयान को विपक्षी दलों के नेताओं ने हथियार बनाने हुए इमरान खान सरकार को घेरना शुरू कर दिया है.