धनबाद: आइआइटी आइएसएम धनबाद के डायरेक्टर प्रोफेसर राजीव शेखर ने सोमवार को पदभार संभाल लिया है. आइआइटी आइएसएम स्मॉल इंडस्ट्री के टेक्नीकल रिक्वायरमेंट को पूरा करेगा. टेक्नीकल इंस्टीच्युट तभी सक्सेस माने जाते हैं जब व लोकल स्मॉल इंडस्ट्रीज के जरुरतों को समझने लगते हैं.कोशिश होगी कि यहां के स्मॉल इंडस्ट्री के टेक्नीकल रिक्वायरमेंट को आइआइटी (आइएसएम) पूरा करे. पहले हमे इनकी रिक्वायरमेंट को समझना होगा. तभी मेक इन इंडिया का संकल्प साकार हो सकेगा.
डायरेक्टर ने कहा कि इंडिया के सभी आइआइटीज में आइआइटी कानपुर और आइआइटी मुंबई का स्टार्टअप सेल बेहतर है. इन्हीं दोनों संस्थान की तर्ज पर ही आइआइटी आइएसएम के स्टार्टअप सेल को विकसित किया जायेगा. हर आइआइटी की अपनी खासियत है. इसी तरह आइआइटी कानपुर और आइआइटी आइएसएम की कार्य संस्कृति भी अलग-अलग है. दोनों के स्ट्रांग प्वाइंट भी अलग-अलग हैं. ऐसे में उनकी पूरी कोशिश होगी कि यहां ऐसी कार्यसंस्कृति विकसित की जाये, जिसमें देश के पुराने आइआइटीज की झलक हो, लेकिन आत्मा आइएसएम की हो. यह आइआइटी आइएसएम की अपनी कार्य संस्कृति होगी. आइआइटी आइएसएम जैसे बड़े तकनीकी शिक्षण संस्थान के लिए डायरेक्टर ही सब कुछ नहीं हैं. ऐसे संस्थान छात्र, शिक्षक और कर्मचारियों से मिलकर बनते हैं. सभी का संस्थान को विकसित करने में बराबर का योगदान होता है. ऐसे में संस्थान के सभी बड़े निर्णय में इन सभी की सहभागिता होनी चाहिए. तभी संस्थान का चहुंमुखी विकास संभव होगा. इसके लिए सभी को मिलकर एक परिवार की तरह काम करना होगा. उनके लिए आइआइटी आइएसएम एकदम नया है. अगले एक-दो महीने उन्हें संस्थान की जरूरतों को समझने में लग जायेंगे. इसमें उन्हें यहां के विभागाध्यक्ष, शिक्षक, कर्मचारियों और छात्रों के सहयोग की जरूरत होगी.
पीएम आयेंगे दीक्षांत समारोह में
डायरेक्टर ने कहा कि दीक्षांत समारोह के आयोजन की सबसे बड़ी जिम्मेवारी मिली है. पीएम नरेंद्र मोदी दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि होंगे. आइआइटी आएसएम के चेयरमैन डॉ डीडी मिश्रा से इस मामले में बातचीत भी हुई है. पीएम ने मुख्य अतिथि बनने का इन्विटेशन पहले ही स्वीकार कर लिया है. उन्होंने बताया कि आइआइटी आइएसएम से उनका पुराना नाता है. उनके पिता (1955 बैच) व ससुर (1953 बैच) ने इसी संस्थान से माइनिंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. उनके ससुर बाद में डीजीएमएस के निदेशक भी बने थे. उनके दो मामा भी यहां पढ़ाई कर चुके हैं.