पहले फेज में होली के बाद सिंदरी और कतरास रूट पर लागू होंगे नये नियम
धनबाद: धनबाद डिस्ट्रिक एडमिस्ट्रेशन ने टाउन को ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने के लिए ऑटो को एरिया वाइज चलाने का निर्णय लिया है. नयी व्यवस्था के तहत अब कतरास और सिंदरी से ऑटो सीधे धनबाद शहर में नहीं आ सकेंगे. कतरास-महुदा की ओर से अाने वाली ऑटो को केंदुआ और सिंदरी-पाथरडीह की ओर से आने वाली ऑटो को झरिया तक ही आयेगी और जायेगी. केंदुआ और झरिया से धनबाद के टाउन आने के लिए अलग ऑटो चलेंगे. इसी तरह धनबाद टाउन से खुलने वाले ऑटो को झरिया या केंदुआ से आगे नहीं जाना होगा. सिंदरी या कतरास जाने वाले यात्री को क्रमश: झरिया और केंदुआ में ऑटो बदलना होगा. टाउन में ऑटो की संख्या कम करने के लिए ऐसा किया जा रहा है.
नयी व्यवस्था
- कतरास, महुदा और पुटकी से आने वाले ऑटो केंदुआ में रुक जायेंगे. उन्हें यहीं से लौटना होगा. केंदुआ से दूसरे ऑटो धनबाद श्रमिक चौक तक आयेंगे और यहां से केंदुआ लौटेंगे.
- सिंदरी व पाथरडीह से चलने वाले ऑटो को झरिया तक ही आने और जाने की अनुमति होगी. झरिया से खुलने वाले ऑटो धनबाद श्रमिक चौक तक आना-जाना करेंगे.
- तोपचांची, राजगंज, बरवाअड्डा गोविंदपुर आदि मार्ग के ऑटो के रूट का भी फैसला हो गया है. लेकिन इसे दूसरे फेज में लागू किया जायेगा.
- गोविंदपुर की ओर से आने वाले ऑटो का अंतिम पड़ाव सरायढेला स्टील गेट हटिया में होगा. यहीं से ऑटो फिर लौट जायेंगे. स्टील गेट से स्टेशन के लिए दूसरे ऑटो चलेंगे.
- बरवाअड्डा व राजंगज की ओर से आने वाली ऑटो बरटांड़ बस स्टैंड में ही रुक जायेंगे. उन्हें यहीं से लौटना होगा. बरटांड़ से दूसरे ऑटो धनबाद स्टेशन तक आना-जाना करेंगे.
- अब सभी ऑटो पर रूट अंकित रहेगा. दूसरे रूट में पकड़े जाने पर ऑटो को फाइन लगेगा. ऑटो चालकों को 20 फरवरी तक डीटीओ ऑफिस में कागजात जमा करने को कहा गया है.
लॉटरी से होगा रूटों का फैसला
डीटीओ ऑफिस में 20 फरवरी तक ऑटो के कागजात जमा कराने हैं. लॉटरी से यह तय होगा कि कौन ऑटो शहर में चलेंगे और कौन बाहर. नयी व्यवस्था के तहत 60 प्रतिशत ऑटो धनबाद शहर में प्रवेश नहीं पायेंगे.
डीटीओ पंकज कुमार साह ने बताया कि होली के बाद पहले फेज में सिंदरी, पाथरडीह, झरिया तथा कतरास, महुदा व केंदुआ के ऑटो का परिचालन नयी व्यवस्था से होगा.टाउन चार हजार से भी कम ऑटो का ही परिचालन कराने की योजना है. धनबाद में जाम की समस्या का बड़ा कारण यह है कि 10 हजार से भी अधिक ऑटो शहर में प्रवेश कर रहे हैं. ऑटो का भार काम होने से जाम की समस्या से राहत मिल सकेगी.