सपाः अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज अपनी 55 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा कर दी. इसमें पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव का नाम शामिल नहीं है.
सपा के प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव द्वारा जारी सूची के मुताबिक किरणमय नन्दा को उपाध्यक्ष के पद पर बरकरार रखा गया है. इसके अलावा कार्यकारिणी में आजम खां, नरेश अग्रवाल और हाल में बसपा छोड़कर सपा में आये इंद्रजीत सरोज समेत 10 महासचिव, संजय सेठ कोषाध्यक्ष राजेन्द्र चौधरी, कमाल अख्तर और अभिषेक मिश्र समेत 10 सचिव, जया बच्चन, अहमद हसन तथा रामगोविन्द चौधरी समेत 25 सदस्य तथा छह विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल हैं.
पार्टी के ‘सर्वोच्च रहनुमा’ का सवाल
मालूम हो कि गत पांच अक्तूबर को सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश को एक बार फिर सपा अध्यक्ष चुना गया था. उस वक्त उन्हें अपनी कार्यकारिणी चुनने का अख्तियार दे दिया गया था. उस वक्त से लोगों की नजरें इसी बात पर लगी थीं कि क्या मुलायम अब पार्टी के ‘सर्वोच्च रहनुमा’ बने रहेंगे. पिछली एक जनवरी को लखनऊ में हुए सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश को मुलायम की जगह सपा का अध्यक्ष बनाया गया था और मुलायम को पार्टी का ‘सर्वोच्च रहनुमा’ बना दिया गया था.
राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी
सपा में अखिलेश के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी बनकर उभरे शिवपाल सिंह यादव के भविष्य को लेकर भी तरह-तरह की अटकलें लगायी जा रही हैं. हालांकि हाल में रिश्तों में दिखी कुछ नरमी को देखते हुए ऐसा लग रहा था कि पार्टी के ओहदेदारों की फेहरिस्त में शिवपाल को समायोजित किया जा सकता है लेकिन फिलहाल राष्ट्रीय कार्यकारिणी में उनका नाम नहीं है. शिवपाल पूर्व में सपा के प्रान्तीय महासचिव रह चुके हैं. बाद में उन्हें अखिलेश की जगह पार्टी का प्रान्तीय अध्यक्ष बनाया गया था. हालांकि पार्टी की सत्ता अखिलेश के हाथों में आने के बाद उन्हें हटा दिया गया था.