कांग्रेसियों ने खोली सरकार के 1000 हजार दिन की पोल
प्रदेश कमेटी के आहवान पर धनबाद में भी कांग्रेसियों ने झारखंड सरकार के 1000 दिन पूरे होने पर प्रेस कॉन्फेंस आयोजित कर पोल खोली. हाउसिंग कॉलोनी में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पूर्व मंत्री मो मन्नान मल्लिक, पूर्व प्रदेश महासचिव अजय कुमार दूबे, जिला कांग्रेस अध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह ने सरकार व भाजपा की घोषणाओं को कागजी बताते हुए आरोप लगाया कि धनबाद समेत राज्य भर में विकास कहीं नहीं है. विकास सिर्फ सरकार के कागज पर है. ढपोरशंखी घोषणाएं कर जनता को गुमराह किया जा रहा है. विकास का ढिंढोरा पीट विज्ञापन कर करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं. आम हो या खास, किसान हो या छात्र किसी के लिए कुछ नहीं हो रहा है.
ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह : धनबाद में डीसी रेल लाइन बंदी, आरएसपी कॉलेज का स्थानांतरण, झरिया में आग व भूूधंसान के कारण विस्थापन की समस्या सरकार की नाकामी है. डीसी रेल लाइन बंदी से 19 जोड़ी ट्रेनें एक साथ बंद हो गयी है. विकास के नाम पर धनबाद को कुछ नहीं मिला है. राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर है. एसीबी द्वारा घूसखोरों को पकड़ा जाना इसका उदाहरण है. पीएमसीएच में एमबीबीएस की सीटें घट गयी. पीएमसीएच की मान्यता खतरे में है. नगर निगम में सिर्फ टैक्स वसूलने में लगा है. चारों ओर गंदगी का अंबार है. निगम में भी भ्रष्टाचार बढ़ा है. चार साल में एलइडी लाइट दो-दो बार लगायी गयी है. चाइनीज लगा दी गयी है. लाइट के खरीदारी में घोटाला हुआ है. बिजली संकट से लोग परेशान है. जिले में लोगों को 12घंटा भी बिजली नहीं मिल रही है. सरकार एक हजार दिन में राज्य को 10 साल पीछे ढकेल दिया.
अजय कुमार दूबे : झारखंड के साथ उतराखंड व छतीसगढ़ भी अलग राज्य बना था. झारखंड में उद्योग बंद हुए, बेरोजगारी बढ़ी, अपराध व भ्रष्टाचार चरम पर है. उतराखंड व छतीसगढ़ के सामने विकास के मामले में झारखंड कहीं नहीं है. झारखंड में लूट, खसोट व हत्या, डकैती व बलात्कार लगातार होती है. प्रशासन का नियंत्रण नहीं है. अस्पतालों में डॉक्टर नहीं है. स्कूलों में शिक्षक नहीं है. लोगों में असुरक्षा की भावना है. किसान आत्महत्या कर रहे हैं. झारखंड में तो ज्यादा दिनों तक भाजपा की ही सरकार रही है. ऐसे में भाजपा दूसरों पर क्या आरोप लगायेगी. झारखंड में शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था की हालत लचर है.
मो मन्नान मल्लिक: केंद्र व राज्य सरकार हमेशा झूठ बोलकर लोगों को गलत आंकड़ा बता अपना पीठ थपथपाती है. विकास दर के गलक आंकड़ा पेश किया जा रहा है. विकास के मामले में देशभर में नीचे से छठे स्थान पर झारखंड है. केंद्र हो या राज्य भाजपा की सरकार में उद्योग व कल करखाने बंद हुए तथा बेरोजगारी बढ़ी है. सिंदरी खाद कारखाना बंद कर दी गयी. कोयला उद्योग का निजीकरण हो रहा है. खदानों से अब आउटसोर्सिंग कंपनियां कोयला निकलाती है. नजी कंपनियां मजदूरों का शोषण कर रही है. बीसीसीएल की हालत जर्जर है. आउटसोर्सिंग में स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है. विस्थापन बढ़ रही है. निजी कंपनियों द्वारा गलत तरीके से कोयला खनन व ट्रांसपोर्टिंग से पयार्वरण को नुकसान पहुंच रहा है.