धनबाद. वासेपुर के विक्की हत्याकांड में नामजद अमन, जीशान अौर अलताफ ने सोमवार को कोर्ट में सरेंडर कर जमानत अर्जी दायर की. कोर्ट ने अर्जी खारिज करते हुए तीनों को न्यायिक हिरासत में धनबाद मंडल कारा भेज दिया. अमन मरहूम टुन्ना का बेटा है और जीशान (शमशेर नगर) तथा अलताफ (नवीनगर) उसका दोस्त है.
बैंक मोड़ पुलिस को सूचना थी कि अमन अपने दोस्तों के साथ आज सरेंडर करने वाला है. पुलिस वासेपुर से लेकर कोर्ट के आसपास तैनात थी. थानेदार शमीम अहमद खान खुद कोर्ट कैंपस के समीप पुलिस बल के साथ मौजूद थे ताकि सरेंडर करने से पहले अभियुक्तों को दबोचा जा सके. तीनों आरोपित काला चश्मा व टोपी लगाकर आराम से एक साथ कोर्ट कैंपस में पहुंचे और अधिवक्ता के साथ कोर्ट में हाजिर हो गये. अधिवक्ता शहबाज सलाम ने विक्की हत्याकांड में तीनों के सरेंडर करने की जानकारी कोर्ट को दी.
मामले में नामजद टुन्ना का भाई राजू खान व फहीम के साला भोलू खान के बेटे राज अभी फरार है. पुलिस अमन, जीशान, अलताफ, राज व राजू के खिलाफ पहले ही कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट हासिल कर चुकी है. पुलिस अभियुक्तों की खोज में घर व संबंधियों के यहां लगातार दबिश दे रही थी. अमन व जीशान पर पुलिस की खास नजर थी. पुलिस को प्रारंभिक छानबीन में पता चला है कि घटनास्थल पर अमन के साथ जीशान व अलताफ को देखा गया था.
29 अगस्त को हुई थी हत्या
विक्की के भाई सोनू की शिकायत पर बैंक मोड़ थाना में अमन, जीशान, अलताफ, राजू व राज के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करायी गयी थी. आरा मोड़ स्थित गफ्फार होटल के मालिक के बेटे विक्की की 29 अगस्त की रात आरा मोड़ से मटकुरिया जाने वाले रास्ते में गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. पुलिस हत्या को प्रेम-प्रसंग से जुड़ा मामला बता रही है. वहीं विक्की के परिजनों का दावा है कि दबंगों ने दहशत फैलाने व रंगदारी के लिए हत्या की है.