नई दिल्ली. नरेंद्र मोदी सोमवार सुबह देशभर की 40 हजार यूनिवर्सिटी और कॉलेजों के स्टूडेंट्स को स्पीच देंगे। इसके लाइव टेलिकास्ट के लिए यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) पहले ही सर्कुलर जारी कर चुकी है। पीएम की ये स्पीच स्वामी विवेकानंद के शिकागो विश्व धर्म संसद में दिए भाषण के 125 साल पूरे होने और पंडित दीनदयाल उपाध्याय शताब्दी समारोह के मौके पर होगी। इसकी थीम यंग इंडिया-न्यू इंडिया पर रखी गई है। बीजेपी ने सीएम ममता बनर्जी के फैसले को लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण और असहनीय बताया है। मोदी ने कहा- कल की स्पीच के लिए उत्सुक हूं.
मोदी ने रविवार को ट्वीट कर बताया, कल यंग इंडिया-न्यू इंडिया के तहत स्टूडेंट्स को संबोधित करने के लिए उत्सुक हूं। स्वामी विवेकानंद के विचारों के प्रेरणा मिलती है। हमें वक्त रहते उठकर जागने और सपनों को पूरा करने की इच्छा शक्ति मिलती है। उन्होंने युवा शक्ति को देश को आगे ले जाने के लिए बड़ी ताकत बताया था।
बता दें कि 1893 में स्वामी विवेकानंद ने शिकागो (अमेरिका) के विश्व धर्म संसद में ऐतिहासिक भाषण दिया था। सोमवार को इसके 125 साल पूरे हो रहे हैं।
लाइव स्पीच सुनने के लिए एचआरडी मिनिस्ट्री ने भी एक लिंक जारी किया है। इसके अलावा यूजीसी ने लाइव टेलिकास्ट के लिए सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को जरूरी इंतजाम पहले से करने का ऑर्डर दिया था।
केंद्र सरकार सिस्टम का भगवाकरण कर रही : टीएमसी
बंगाल के एजुकेशन मिनिस्टर पार्थ चटर्जी ने कहा, ”केंद्र सरकार की पूरी कोशिश है कि एजुकेशन सिस्टम का ‘भगवाकरण’ कर दिया जाए। राज्य सरकार के ऑर्डर के खिलाफ जाकर हम कॉलेजों में पीएम की स्पीच का लाइव टेलिकास्ट नहीं करा सकते हैं।”
टीएमसी नेता डेरेक ओब्रायन ने कहा कि बीजेपी देश की जनता से झूठे वादे करती आई है। केंद्र सरकर और पार्टी बेरोजगारी, जीएसटी के नुकसान और किसानों के सुसाइड पर डिबेट से हमेशा बचती रही है। हम बीजेपी को झूठे वादे करने की इजाजत नहीं दे सकते हैं। टीएमसी लगातार जनता से जुड़े मुद्दे उठाती रहेगी।
ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की सभी यूनिवर्सिटी और इंस्टीट्यूट्स से कहा है कि वे 11 सितंबर को पीएम की स्पीच टेलिकास्ट करने के लिए यूजीसी का कोई ऑर्डर नहीं मानें।
क्या ममता संघीय व्यवस्था से ऊपर हैं: बीजेपी
बीजेपी स्पोक्सपर्सन नलिन कोहली ने शनिवार को कहा, ”ये ममता सरकार का दुर्भाग्यपूर्ण और चौंकाने वाला फैसला है। संघीय व्यवस्था में पीएम सबसे ऊपर होता है। क्या किसी राज्य के सीएम को हक है कि वो केंद्र के ऑर्डर को नहीं माने और स्टूडेंट्स के लिए पीएम की स्पीच पर रोक लगा दे। आप (ममता बनर्जी) पश्चिम बंगाल की चुनी हुईं सीएम हैं। लोकतंत्र में ऐसा बर्ताव असहनीय है।
दूसरी ओर, बीजेपी नेता सुदेश वर्मा ने पश्चिम बंगाल सरकार के फैसलों को मूर्खतापूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा, ”स्वामी विवेकानंद से जुड़ा कोई प्रोग्राम राष्ट्रभक्ति को बढ़ाएगा। इस मौके पर पीएम की स्पीच को टेलिकास्ट से रोकना ममता बनर्जी की अच्छी सोच नहीं है।