म्यांमार : म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू ने रोहिंग्या मामले पर दुनिया भर में हो रही आलोचनाओं का मंगलवार को करारा जवाब दिया है. सू की ने कहा कि रोहिंग्या आतंकी हमलों में शामिल हैं और इन्होंने म्यांमार में हमले कराये. हमने रोहिंग्या लोगों को संरक्षण दिया लेकिन नतीजा क्या निकला सबके सामने हैं. उन्होंने कहा कि हम आलोचनाओं से डरने वाले नहीं. जो लोग म्यांमार में वापस आना चाहते हैं, हम उनके लिए रिफ्यूजी वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू करेंगे.
सू की ने कहा कि रखाइन इलाके में सिर्फ मुसलमान नहीं रहते वहां बौद्धों भी रहते हैं जिनपर हमले कराये गये. हमारे सुरक्षाबल हर हालात और आतंकी खतरे से निपटने में सक्षम है. उन्होंने कहा कि रोहिंग्या ने म्यांमार में हमले कराये हैं जो लोग पलायन कर रहे हैं हम उनसे बात करने के इच्छुक हैं. म्यामांर की सामाजिक स्थिति काफी जटिल है. सरकार शांति की ओर बढ़ने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है.
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म्यांमार की स्टेट काउंसलर ने कहा कि मैं याद दिलाना चाहूंगी कि हमारी सरकार सिर्फ 18 महीने से सत्ता में है. हम शांति के प्रयास में लगे हैं. हम मानवाधिकार उल्लंघन की निंदा करते हैं. रखाइन स्टेट में शांति स्थापना के लिए हम हरसंभव कदम उठाएंगे. लेकिन आतंकी गतिविधियों से हम सख्ती के साथ निपटेंगे. आतंकी गतिविधियों के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
सू की ने कहा कि हमने रखाइन स्टेट में शांति स्थापित करने के लिए केंद्रीय कमेटी बनायी है. इस कमीशन की अगुवाई करने के लिए हमने डॉ. कोफी अन्नान को बुलाया है. हम इस क्षेत्र में शांति और विकास के लिए काम करते रहेंगे. रोहिंग्या के मुद्दे पर हमारे ऊपर कई तरह के आरोप लगाये जा रहे हैं, हम सभी आरोपों को सुनेंगे. सू की ने कहा कि जो भी दोषी होगा उसे सजा जरूर मिलेगी.