-स्वतंत्र थाना के रूप में अधिसूचित करने की प्रक्रिया शुरू
-राज्य पुलिस मुख्यालय ने मांगी रिपोर्ट-क्षेत्र की जनसंख्या, केस व भवनों की स्थिति की देनी है जानकारी
धनबाद मैथन, कालूबथान व भूली अोपी थाना बनेंगे. तीनों को स्वतंत्र रूप देने की तैयारी शुरू हो गयी है. थाना बनाकर इन्हें अधिसूचित किया जाना है. राज्य पुलिस मुख्यालय ने तीनों ओपी के बारे में विस्तृत जानकारी के साथ नये तथ्यों से संबंधित प्रतिवेदन मांगा है. एसएसपी मनोज रतन चोथे ने पुलिस मुख्यालय के आदेश के आलोक में भूली, मैथन व कालूबथान ओपी के प्रभारियों से आवश्यक प्रतिवेदन सौंपने को कहा है. प्रभारियों को ओपी क्षेत्र की जनसंख्या, पांच साल में कितने मामले दर्ज हुए, भवनों की स्थिति, जिस थाना से काटा जाना है, उस पर क्या प्रभाव पड़ेगा, ओपी व संबंधित थाना की आबादी तथा ओपी के क्षेत्रफल आदि की जानकारी भेजनी है.
अभी क्या है स्थिति
भूली बैंक मोड़ थाना के अंतर्गत है. बैंक मोड़ इंस्पेक्टर ओपी के नॉन एसआर केस का सुपरविजन करते हैं. पहले भूली ओपी का केस धनबाद थाना में दर्ज होता था. बैंक मोड़ सहायक थाना था. बैंक मोड़ पुलिस अंचल के अधीन भूली ओपी था. अब बैंक मोड़ थाना नोटिफायड व अपग्रेड हो गया है. बैंक मोड़ थाना प्रभारी इंस्पेक्टर स्तर के अफसर होते हैं. कालूबथान ओपी का केस निरसा थाना में दर्ज होता है. अब निरसा अपग्रेड थाना हो गया है. ओपी में दर्ज नॉन एसआर केस का सुपरविजन निरसा अंचल इंस्पेक्टर करते हैं. मैथन ओपी का केस चिरकुंडा थाना में दर्ज होता है. चिरकुंडा थाना भी अपग्रेड हो चुका है. मैथन जीटी रोड का ओपी है.
पुलिस अंचल पुनर्गठित करने का प्रस्ताव लंबित
जोड़ापोखर, सिंदरी, धनसार, बैंक मोड़, केंदुआडीह, पुटकी, कतरास, तोपचांची, गोविंदपुर, निरसा, चिरकुंडा थाना व टुंडी थाना अपग्रेड हो गये हैं. संबंधित थानों में इंस्पेक्टर थानेदार होते हैं. अब सिंदरी, जोड़ापोखर, बैंक मोड़, गोविंदपुर, तोपचांची, निरसा व चिरकुंडा पुलिस अंचल का नाम बदलेगा. सिंदरी व बैंक मोड़ अंचल का अस्तित्व खत्म हो जायेगा. टुंडी, बलियापुर, राजगंज के अलावा कतरास में बरोरा पुलिस अंचल बन सकता है.