मेक्सिको में आये 7.1 तीव्रता वाले भूकंप ने भारी तबाही मचायी है. भूकंप में करीब 248 लोग मारे गए हैं. इनमें 21 बच्चे शामिल हैं. ये बच्चे भूकंप के कारण ध्वस्त हुई एक स्कूल की इमारत के नीचे दबने से मारे गए हैं. इस भीषण भूकंप में मची तबाही ने 1985 के शक्तिशाली भूकंप की काली यादों को ताजा कर दिया. वह भूकंप इस देश का अब तक का सबसे भयंकर भूकंप था. मंगलवार देर रात आये भूकंप के कारण शहर में 44 इमारतें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं. इससे दो सप्ताह पहले भी मेक्सिको में भीषण भूकंप आया था जिससे कम से कम 98 लोगों की मौत हो गई थी और संपत्ति का भी भारी नुकसान हुआ था. गृह मंत्री मिग्यूल एंजल ओसोरियो चोंग ने स्थानीय टेलीविजन पर बताया कि राहतकर्मी मलबों में जीवित बचे लोगों को तलाश रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी जानकारियां मिली हैं कि अभी भी कुछ लोग इमारतों में फंसे हुए हैं और वे बाहर निकलने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. अगर जरुरत पड़ी तो हम और कर्मचारियों को राहत एवं बचाव अभियान में लगाएंगे.
सिर्फ मेक्सिको सिटी में ही 117 मौतें
अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग ने कहा है कि भूकंप का केंद्र मेक्सिको सिटी से 120 किलोमीटर दूर पुएब्ला प्रांत के एटेंसिगो के करीब था और यह 51 किलोमीटर की गहराई में स्थित था. मोरलियोस राज्य में 55 लोग मारे गए हैं और पुएब्लो में 29 लोगों के मारे जाने की खबर है. इसके अलावा दक्षिणी मेक्सिको सिटी में 65 और मेक्सिको सिटी में कम से कम 117 लोग मारे गए हैं. भूकंप के बाद मेक्सिको सिटी में स्कूल, कार्यालय और बाजार बंद कर दिए गए हैं.
मदद के लिए आगे आये पड़ोसी देश
भूकंप के बाद राजधानी मेक्सिको सिटी के कई इलाकों में फ़ोन सेवाएं बाधित हैं. करीब 40 लाख लोग बिजली नही होने के कारण अंधेरे में हैं. संकट की इस घड़ी में पड़ोसी देश अमेरिका ने मेक्सिको की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है. अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता हीथर नॉअर्ट ने कहा कि हम भूकंप में अपने परिजनों को खो चुके लोगों के प्रति संवदेना व्यक्ति करते हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं मेक्सिको के लोगों के साथ हैं. संयुक्त राष्ट्र ने इस तबाही पर शोक प्रकट करते हुए कहा है कि वह मेक्सिको की किसी भी तरह की सहायता के लिए तैयार है. सैंकड़ों बचावकर्मी अभी भी राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं