भारत से फरार शराब कारोबारी विजय माल्या के वकील ने कुछ महीने पहले यूके की कोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा था कि उसके क्लाइंट को खास सुविधाओं की जरूरत है और भारत की जेलें उसके लायक नहीं हैं। इसके जवाब में महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि मुंबई की जेलें माल्या के रहने के लायक हैं। यहां जेल मैन्युअल के हिसाब से सभी सुविधाएं और सुरक्षा मौजूद है। केंद्र को भेजी डिटेल्ड रिपोर्ट
– महाराष्ट्र में एडीजी (जेल) बीके उपाध्याय ने एक दैनिक खबर से बात करते हुए कहा, कुछ दिनों पहले एक डिटेल रिपोर्ट महाराष्ट्र और केंद्र सरकार को भेजी है। यहां पर हर कैदी के लिए जेल मैन्युअल के मुताबिक सभी तरह की सुविधाएं और सुरक्षा मौजूद है।
– आतंकी कसाब के बैरक की फोटो भेजने के सवाल पर उन्होंने कहा, हमने इस मामले में डिटेल रिपोर्ट सरकार को भेजी है। हां, यह जरूर है कि ऑर्थर जेल रोड की यूनिट 12 की जिस बैरक में कसाब था, वहां वेस्टर्न टॉयलेट मौजूद है। उपाध्याय ने बताया कि इस रिपोर्ट को अगस्त के आखिर में सरकार के पास भेजा गया है।
– बता दें कि माल्या के वकील ने यूके की कोर्ट में कहा था कि माल्या को वेस्टर्न टॉयलेट और एसी की जरूरत है, लेकिन भारतीय जेलों में ऐसी कोई सुविधा नहीं है। साथ ही, उन्होंने जेल में मिलने वाली मेडिकल सुविधाओं पर भी सवाल उठाया था।
– 2 मार्च 2016 से ही माल्या लंदन में रह रहा है। ईडी और सीबीआई को माल्या की तलाश थी। प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) से जुड़े एक मामले में मुंबई की स्पेशल कोर्ट माल्या को भगोड़ा घोषित कर चुकी थी। माल्या का पासपोर्ट भी रद्द किया गया था। भारत ने इस साल 8 फरवरी को ब्रिटेन से उसके एक्स्ट्राडीशन (प्रत्यर्पण) की रिक्वेस्ट की थी।
– मार्च में ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे ने लंदन में अरुण जेटली से प्रोटोकॉल तोड़कर मुलाकात की थी। इस मुलाकात में माल्या को भारत को सौंपने पर चर्चा हुई थी। मार्च में ही यूके ने भारत को बताया था कि उसकी रिक्वेस्ट को फॉरेन मिनिस्ट्री ने सर्टिफाई कर दिया है।
– यूके गवर्नमेंट ने आगे की कार्रवाई के लिए केस को डिस्ट्रिक्ट जज के पास भेजा।
– लंदन एडमिनिस्ट्रेशन ने माल्या को रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर पहली बार 18 अप्रैल को अरेस्ट किया था, लेकिन उसे 3 घंटे में ही जमानत मिल गई थी। इसके बाद 3 अक्टूबर को माल्या को ब्रिटेन में दूसरी बार अरेस्ट किया गया। बाद में उसे वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, माल्या को इस बार आधे घंटे में ही बेल मिल गई।
– 31 जनवरी 2014 तक माल्या की किंगफिशर एयरलाइन्स पर बैंकों का 6,963 करोड़ रुपए बकाया था। इस कर्ज पर इंटरेस्ट के बाद माल्या की टोटल लायबिलिटी 9,432 करोड़ रुपए हो चुकी है।
– सीबीआई ने 1000 से भी ज्यादा पेज की चार्जशीट में कहा है कि किंगफिशर एयरलाइन्स ने IDBI की तरफ से मिले 900 करोड़ रुपए के लोन में से 254 करोड़ रुपए का निजी इस्तेमाल किया।
– किंगफिशर एयरलाइन्स अक्टूबर 2012 में बंद हो गई थी। दिसंबर 2014 में इसका फ्लाइंग परमिट भी कैंसल कर दिया गया।
– डेट रिकवरी ट्रिब्यूनल ने माल्या और उनकी कंपनियों UBHL, किंगफिशर फिनवेस्ट और किंगफिशर एयरलाइन्स से 11.5% प्रति साल की ब्याज दर से वसूली की प्रॉसेस शुरू करने की इजाजत दी थी।