धनबाद. रात तीन बजे के आसपास घर में शोर सुन कर जब छात्रा ऋतु तिवारी (बदला हुआ नाम) के माता-पिता बच्चों के कमरे में गये तो वहां खून ही खून था. बेटी लहूलुहान थी. बेटे के शरीर से भी खून बह रहा था. अस्पताल जाने के लिए किसी तरह गाड़ी का इंतजाम किया गया. बेटी उस समय तक जीवित थी और उसने पिता को बताया की सुरेख उसके कमरे में आया था और उसी ने उसका यह हाल किया है. पिता ने यह बयान पुलिस को भी दिया है. मौके पर पहुंची पुलिसघटना के कुछ मिनट के बाद ही पड़ोसियों ने बैंक मोड़ पुलिस को जानकारी दी. पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची. चारों तरफ से मुहल्ले को घेर कर जांच शुरू की गयी. सभी थाना को वायरलेस के माध्यम से घटना की जानकारी दी गयी और आरोपी को पकड़ने के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया. मुहल्ले के लोग जग गये और घटना स्थल पहुंचे. घटना से डरा है छोटा भाई, पेट व हाथों में एक दर्जन टांकेघटना के बाद से ऋतु का छोटा भाई काफी डर गया है. आंखों के सामने बहन पर हमले के कारण वह किसी से बात नहीं कर रहा है. पीएमसीएच में उसे भरती कराया गया है, उसके पेट व हाथों पर एक दर्जन टांके लगाये गये हैं. फिलहाल वह अपनी मां को नहीं छोड़ रहा है. दोपहर बाद परिजन
लड़के को बेहतर इलाज के लिए दूसरे अस्पताल ले गये.
दो बार की थी छेड़खानी, गया था जेलबदले की कार्रवाई में की हत्या : सिटी एसपीधनबाद. सिटी एसपी पीयूष पांडेय ने बुधवार की शाम बैंक मोड़ थाना में पत्रकारों को बताया कि मटकुरिया में छात्रा की हत्या सुरेख विश्वकर्मा ने बदले की भावना से की है. वर्ष 2013 में सुरेख ने छात्रा के साथ छेड़खानी की थी और शिकायत मिलने पर बैंक मोड़ पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था. इसी कारण आरोपी गुस्से में था और इसका बदला लेने के लिए उसने छात्रा की हत्या कर दी. दूसरी मर्तबा वह इसी छात्रा से वर्ष 2016 में छेड़खानी व पोस्को एक्ट के तहत जेल जा चुका है. घटना के बाद पिता ने लिखित बयान दिया है. जबकि पुलिस प्रत्यशदर्शी भाई का भी बयान लेगी. फोरेंसिक टीम ने लिया सैंपलएसपी ने बताया कि घटना बुधवार तड़के करीब तीन बजे की है. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी वहां से फरार हो गया. लेकिन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे नयी दिल्ली (धनसार) से गिरफ्तार कर लिया. घटना के समय वह गंजी पहने हुआ था उस गंजी पर खून के निशान थे. गंजी को जब्त कर लिया गया है. भागते समय उसने भुजाली फेंक दी थी, वह भी बरामद कर ली गयी है. पुलिस सुबह में स्क्वायड डॉग के साथ घटना स्थल पर गयी थी. फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट व रांची से आयी फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से खून, भुजाली पर उंगली के निशान, गंजी पर खून के दाग, घटना स्थल पर प्रयोग अन्य सामान के सैंपल लिये हैं. आरोपी के पास से मृतका का सात पीस पासपोर्ट साइज फोटो ग्राफ भी पुलिस ने बरामद किया है. बातचीत के दौरान बैंक मोड़ इंस्पेक्टर शमीम अहमद खां भी मौजूद थे.
भाई और मां ने बताया हत्यारे का पता मटकुरिया घुरनी जोरिया में छात्रा की हत्या के बाद तफ्तीश में पुलिस को पता चला कि आरोपी सुरेख विश्वकर्मा का परिवार झरिया घनुआडीह में रहता है. सुबह में बैंक मोड़ पुलिस घनुआडीह गयी, लेकिन उसे घर का पता नहीं चला. बाद में पुलिस को पता चला कि घनुआडीह न्यू कॉलोनी में आरोपी का मामा देव नारायण मिस्त्री के घर में सुरेख की मां और उसका बड़ा भाई शैलेंद्र विश्वकर्मा रहता है. पुलिस उसकी मां और भाई को उठा लायी और कड़ाई से पूछताछ करना शुरू कर दिया. दोनों उसे नयी दिल्ली ले गये जहां से हत्यारोपी निकलने वाला था. लेकिन उसके पहले ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया. घर वालों ने बताया कि सुरेख के मामा बीसीसीएल में काम करते हैं. जबकि पिता रामचंद्र विश्वकर्मा की मृत्यु हो चुकी है. सुरेख कभी भी अपनी मां व भाई के साथ नहीं रहा. वह पिछले चार-पांच साल से अलग रहता था. विश्वकर्मा परिवार मूलत: बिहार के गया जिला स्थित बोघगया का रहने वाला है. जबकि मृतक छात्रा का परिवार मूल रुप से छपरा (बिहार) के मशरक का रहने वाला है. 20-12 साल से ये लोग घुरनी जोरिया में घर बना कर रह रहे हैं.