मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने केरल में भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ हो रही हिंसा के मामलों में पार्टी के खिलाफ लगाये गये आरोपों का जवाब देते हुये कहा है कि जिनके हाथ सांप्रदायिक हिंसा से रंगे हों वे वामपंथियों को शांति का पाठ न पढ़ायें.
लोकतंत्र में राजनीतिक हिंसा के लिए कोई जगह नहीं, माकपा के खराब शासन के बारे में बताएंगे
माकपा पोलित ब्यूरो की सदस्य वृंदा करात ने केरल में हिंसा की घटनाओं के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं के माकपा मुख्यालय पर प्रतिदिन विरोध प्रदर्शन करने के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये यह बात कही.
केरल : माकपा कार्यकर्ताओं ने BJP कार्यकर्ताओं पर किया हमला, मामला दर्ज नहीं
सांप्रदायिक हिंसा के सूत्रधार BJP- RSS
करात ने कहा ‘‘भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा प्रतिदिन माकपा मुख्यालय पर प्रदर्शन करने का फैसला, सही मायने में हमें धमकी देने के समान है, लेकिन उन्हें समझना चाहिये कि हम इससे डरने वाले नहीं हैं.’’ उन्होंने कहा कि देश में सांप्रदायिक हिंसा की अब तक की सभी घटनाओं की जांच में भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ताओं की भूमिका सामने आयी है.
योगी केरल के अस्पताल व स्कूल देखें
करात ने केरल की यात्रा पर गये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम लिये बिना कहा ‘‘जिनके हाथ निर्दोष लोगों के खून से रंगे हैं वे आज केरल में घूम कर हमें शांति का पाठ पढ़ा रहे हैं.’’ करात ने कहा कि इन लोगों को केरल में अस्पताल और स्कूलों को देखना चाहिये कि किस तरह पिनरई विजयन सरकार जनहित के काम कर रही हैं. उन्होंने भाजपा नेताओं को नसीहत दी कि भाजपा नेता केरल जाकर माकपा सरकार के कार्यों से प्रेरणा लेते हुये इन्हें अपने राज्यों में लागू करें.