जोरदार आवाज हुई और मलबे में तब्दील इमारत
वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विस्फोट सुबह करीब सात बजे हुआ. उन्होंने बताया कि धमाके की जोरदार आवाज सुनायी दी और 20 साल पुरानी इमारत देखते देखते मलबे में तब्दील हो गयी.
पुलिस के अनुसार, मलबे से दो बच्चों को जीवित निकाला गया, जिनकी हालत खतरे से बाहर बताई जाती है.
मलबे में फंसे होने की आशंका
मौके का जायजा लेने पहुंचे कर्नाटक के गृहमंत्री रामलिंगा रेड्डी के अनुसार, इमारत गणेश नामक एक व्यक्ति की थी. उन्होंने बताया कि गणेश ने यह इमारत चार परिवारों को किराये पर दे रखी थी. मंत्री के अनुसार, दो परिवार भूतल पर रहते थे जबकि एक परिवार पहली मंजिल पर रहता था. कलावती और रविचंद्रन पहली मंजिल पर रहते थे. इन दोनों की मौत मौके पर ही हो गयी थी, जबकि दो बच्चे हादसे में घायल हो गये थे. हालांकि वे सुरक्षित हैं. निचले तल पर रह रहे परिवारों के सदस्यों के मलबे में फंसे होने की आशंका है. बेंगलूरू के महापौर आर संपत राज के अनुसार इमारत में चार परिवार रह रहे थे.
कर्मचारियों के उपर गिरा मलबा, घायल
दमकल की कम से कम 40 गाड़ियां और एनडीआरएफ के कर्मचारी बचाव अभियान में जुटे रहे. पुलिस के अनुसार, इमारत में फंसे लोगों को बचाने के लिये मलबा हटा रहे दमकल के तीन कर्मचारियों के ऊपर मलबा गिर जाने के कारण वे घायल हो गये. उन्होंने बताया कि उन्हें उपचार के लिये पास के अस्पताल ले जाया गया.