बिहार विधानसभा में मानसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार को भी सृजन घोटाले को लेकर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया. वे मामले में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के स्तीफे की मांग कर रहे थे. हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही एक बार अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पडीं.
विपक्ष मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग पर अड़ा
मानूसन सत्र के तीसरे दिन बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने सरकार पर सृजन घोटाले में आरोपियों को बचाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. विपक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के इस्तीफे की मांग पर अड़ा है. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी विपक्षी सदस्यों से शांत रहने की अपील करते रहे, लेकिन सदन में हंगामा जारी रहा.
मौजूदा मुख्यमंत्री के रहते सृजन घोटाले की निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं
विधान सभा की कार्यवाही रोकने के बाद विपक्ष ने पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में विधानमंडल परिसर में दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी व बिहार के दूसरे मुख्यमंत्री रहे कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा के समक्ष धरने पर बैठकर अपना विरोध दर्ज कराया. तेजस्वी ने कहा कि मौजूदा मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के पद पर बने रहते हुए किसी भी एजेंसी से सृजन घोटाले की निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती है. उन्होंने अब तक सीबीआई द्वारा इस मामले को हाथ में नहीं लेने पर भी प्रश्न खड़ा किया.
राजद का काम केवल हंगामा करना
इधर, भाजपा के नेता और पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि राजद का काम केवल हंगामा करना है. उन्होंने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा करने को तैयार है, लेकिन विपक्ष केवल हंगामा करने के पक्ष में है.