धनबाद: बीसीसीएल के जीएम विजिलेंस केडी प्रसाद और विजिलेंस अधिकारी संजय कुमार सिंह को बोर्रागढ़ पुलिस ने रविवार को सरायढेला से गिरफ्तार किया और चार घंटे बाद छोड़ दिया. मामले के अनुसंधानकर्ता बोर्रागढ़ ओपी के एएसआइ बंधना उरांव ने दोनों अफसर की गिरफ्तारी कोर्ट से जारी गैरजमानती वारंट पर की थी. दोनों को सरायढेला थाना में बैठकार निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया. पुलिस के इस रवैये पर लोग सवाल उठा रहे हैं. क्या न्यायालय से पुलिस बड़ी है? क्या आम आदमी के मामले में पुलिस ऐसा करती है? क्या इस रिहाई के पीछे कोई डिल है? आदि. पुलिस के कई अधिकारी इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं. केडी प्रसाद को कैलाशपुरी (सरायढेला) स्थित उनके आवास से पकड़ा गया. जबकि संजय कुमार सिंह को कल्याण भवन के निकट से तब गिरफ्तार किया गया, जब वह टहल रहे थे.
डीएसपी की सुपरविजन व एसपी की रिपोर्ट टू के आलोक में आइओ बंधना उरांव ने केस डायरी अद्यतन की. केस डायरी, संबंधित साक्ष्य के साथ अवर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में विजिलेंस जीएम केडी प्रसाद व अफसर संजय कुमार सिंह की गिरफ्तारी के लिए अरजी दी. कोर्ट ने छह अक्तूबर को वारंट जारी कर दिया. दोनों के खिलाफ बोरार्गढ़ अोपी कांड संख्या 199-17 धारा 321, 341, 307, 364, 379, 504, 506, 120 (बी), 34 भादवि में वारंट निर्गत है. धारा 307 और 364 गैर जमानतीय है.
जान मारने की नीयत से अपहरण करने, मारपीट का है केस
झरिया पोद्दारपाड़ा निवासी सूरज कुमार मिश्रा (35) की लिखित शिकायत पर झरिया थाना के बोर्रागढ़ ओपी में पांच सितंबर 17 को थाना कांड संख्या 199/17 भादवि की धारा 323, 379, 364, 506, 307, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया था. शिकायत पत्र में श्री मिश्रा ने कहा है कि विजिलेंस जीएम केडी प्रसाद द्वारा किये गये गलत कार्यों की शिकायत उन्होंने 17 जून 17 को सीएमडी से की थी. उसके बाद श्री प्रसाद बार-बार फोन पर दवाब बना रहे थे. शिकायत वापस नहीं लेने पर जान से मार देने की धमकी दी थी. 5 सितंबर 17 को अपने निजी काम से मोटर साइकिल (जेएच 10 एयू-5251) से केंदुआडीह जा रहे थे.
भूतगढ़िया मोड़ के समीप पहुंचे, तभी सफेद रंग की एंबेसडर कार आ कर रुक गयी और कार से एक व्यक्ति निकल कर मेरे साथ मारपीट करने लगा. अन्य लोगों ने कहा कि केडी प्रसाद के खिलाफ शिकायत किये हो. शिकायत वापस ले लो नहीं तो जान से मारकर फेंक देंगे. उन लोगों ने जबरन उक्त कार में घसीटते हुए बैठा लिया. यह देख स्थानीय युवकों ने कार का पीछा किया. अपने को घिरते देख आरोपियों ने मुझे गाड़ी से नीचे फेंक दिया. घायलावस्था में स्थानीय लोगों ने उठाकर बोर्रागढ़ स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज कराया. सूरज ने बोर्रागढ़ पुलिस को दिये आवेदन में जीएम विजिलेंस केडी प्रसाद , सीनियर मैनेजर संजय कुमार सिंह व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी. पुलिस अनुसंधान में दोनों अफसर के खिलाफ आरोप सत्य पाया गया है. सिंदरी डीएसपी प्रमोद कुमार केशरी के सुपरविजन में केस व धमकी को सत्य पाया गया है. दोनों अधिकारी के मोबाइल नंबर का सीडीआर निकाला गया है. सीडीआर से स्पष्ट है कि जीएम व संजय ने क्रमश: 22 जून व 12 अक्तूबर को सूरज (शिकायतकर्ता) को कॉल किया है.