नई दिल्ली: नंदन निलेकणी को इंफोसिस का नया चेयरमैन नियुक्त कर दिया गया है. विशाल सिक्का के इस्तीफे के बाद से ही कंपनी में चल रही स्थिरता को बहाल करने के प्रयास में बोर्ड में यह बड़ा बदलाव किया गया है. उल्लेखनीय है कि सिक्का के इस्तीफे ने नारायण मूर्ति और बोर्ड के बीच कड़वाहट को सामने ला दिया था.
निलेकणी बोले
नंदन निलेकणी ने कहा है कि इंफोसिस में वापसी पर मैं खुश हूं, अब नॉन एग्जीक्यूटिव की भूमिका निभाऊंगा. बोर्ड में अपने सहयोगियों के साथ काम करने के बारे में सोच रहा हूं. उन्होंने पिछले तीन वर्षों के दौरान इंफोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं देने के लिए विशाल सिक्का को धन्यवाद दिया.
इंफोसिस से जिन्होंने इस्तीफा दिया
कंपनी ने शेयर बाजार को दी गई जानकारी में बताया कि आर शेषशाई ने बोर्ड चेयरमैन और डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया है. विशाल सिक्का ने एग्जीक्यूटिव वाइस चेयरमैन और रवि वेंकटेशन ने बोर्ड के को-चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही जेफरी लेहमैन और जॉन एक्मेन्डी ने भी निदेशकों (डायरेक्टर्स) के रूप में इस्तीफा दे दिया है.
नंदन निलेकणी कौन हैं?
नंदन निलेकणी इंफोसिस के को-फाउंडर रहे हैं. निलेकणी वर्ष 2002 से वर्ष 2007 अप्रैल तक इंफोसिस सीईओ थे. वर्ष 2009 में उन्होंने कंपनी छोड़ दिया था. इंफोसिस छोड़ने के बाद निलेकणी को भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई), आधार प्राधिकरण का प्रमुख बनाया गया. वह निलेकणि वर्ष 2014 यूआईडीएआई प्रमुख रहे. वह बेंगलुरू (दक्षिण) से कांग्रेस के टिकट पर पिछला चुनाव लड़ा लेकिन पराजित हो गये.