भाई वरुण ने दर्ज करायी एफआइआर, कहा शंकर को बताया षडयंत्रकारी, बेटा करण पर गोली मारने का आरोप पत्नी, दोनों बेटे के साथ दो अज्ञात नामजद
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धनबाद
धीरेन रवानी हत्याकांड में सुदामडीह थाना में उनके भाई वरुण रवानी ने एफआइआर दर्ज करायी है. एफआआर में जेल में बंद शंकर रवानी (चचेरे भाई) को षडयंत्रकारी बनाया गया है. एफआइआर में शंकर की पत्नी बालिका देवी, पुत्र कुणाल रवानी (अब मृत), करण रवानी समेत दो अन्य को नामजद किया गया है. सभी पर एक मत होकर षडयंत्र कर गोली मार हत्या करने का आरोप है. वरुण ने सुदामडीह थाना प्रभारी के नाम एफआइआर के लिए दिये आवेदन में कहा है कि धीरेन उसका छोटा भाई था, जो बैंक मोड़ मिट्ठू रोड में अपनी पत्नी व बच्चों के साथ रहता था. मनसा पूजा के लिए अपनी पत्नी व बच्चों के साथ गौरखूंटी पैतृक गांव आया था. पूजा में आये सभी मेहमानों के जाने के बाद रात के आठ बजे मैं (वरुण) गौरखूंटी मोड़ टहलने के लिए निकला था. पीछे-पीछे धीरेन भी गौरखूंटी मोड़ आ गया. रात के करीब सवा आठ बजे शंकर रवानी की पत्नी बालिका देवी धीरेन से उलझने लगी. जबतक हम कुछ समझ पाते अचानक शंकर का बेटा कुणाल रवानी अपने दो साथियों के साथ आया और धीरेन को पकड़ लिया. कुणाल के दोनों साथियों का नाम नहीं जानते, लेकिन देख कर पहचान सकते हैं. इसी बीच पीछे से शंकर का दूसरा बेटा करण भी आ गया. वरुण का आरोप है कि बालिका ने जोर से कहा कि मार दो गोली. इसके बाद करण ने धीरेन को गोली मार दी. मेरे चिल्लाने पर भीड़ जमा हो गयी. लोगों ने कुणाल रवानी को पकड़ लिया, जबकि अन्य हमलावर भाग निकले. इसी बीच परिवार के अन्य सदस्य मौके पर पहुंच गये. खून से लथपथ धीरेन को गाड़ी में बैठाकर सेंट्रल अस्पताल धनबाद ले गये. डॉक्टरों ने जांच के बाद धीरेन को मृत घोषित कर दिया. घटना का मुख्य षडयंत्रकारी शंकर रवानी है जो दो वर्षों से जेल में बंद है. शंकर हमेशा धीरेन से रंगदारी मांगता था. रंगदारी नहीं देने पर जान मारने की धमकी देता था. कोर्ट में पेशी के दौरान मुझसे व परिचित से शंकर का सामना होता बोलता था कि धीरेन को मरवा देंगे. इस दौरान शंकर के परिवार के सदस्य भी उसके साथ रहते थे.
कुणाल की मां ने करायी एफअाइआर
धीरेन के भाई-भतीजे समेत 10 को बनाया आरोपी
धीरेन को गोली मारने के बाद घटनास्थल पर जुटी आक्रोशित भीड़ की पिटाई से शंकर रवानी के पुत्र कुणाल की मौत मामले में भी सुदामडीह थाना में एफआइआर दर्ज की गयी है. कुणाल की मां बालिका देवी शनिवार को सुदामडीह थाना पहुंची और बेटे की हत्या की एफआइआर दर्ज करायी.
बालिका ने आवेदन में अारोप लगाया है कि उसके छोटे पुत्र कुणाल रवानी उर्फ कुणाल चंद्रवंशी की घेरकर हरवे-हथियार से हत्या की गयी है. वर्ष 2014 में स्कूल से घर लौटते समय कुणाल अपहरण कर लिया गया था. मामले में वरुण रवानी, अरुण रवानी, तारापद रवानी, दिलेश्वर रवानी, विष्णु रवानी, नंदलाल केशरी, उमेश सिंह, दीनानाथ रवानी, गणेश ठाकुर व बबलू रवानी पर सुदामडीह थाना में कांड संख्या 288-14 केस दर्ज है. मामले में एक सीपी केस धनबाद कोर्ट में चल रहा है. उक्त मुकदमा उठाने के लिए बार-बार अभियुक्त दबाव बना रहे थे.बालिका का आरोप है कि अभियुक्त वरुण कुमार रवानी, अरुण कुमार रवानी, तारापद रवानी (तीनों पिता गुरुदयाल रवानी), किशुन रवानी, विशुण रवानी, अजय रवानी, राज कुमार रवानी, अभिजीत रवानी उर्फ सोनू रवानी, राहुल रवानी (सभी गौरखूंटी भौंरा-धनबाद) तथा पांच-छह अज्ञात लोगों ने मिलकर मेरे पुत्र कुणाल रवानी की पीट-पीट कर हत्या कर दी. सभी हरवे-हथियार से लैस थे. आवेदन की प्रति एसएसपी को भी दी गयी है.