पोस्टमार्टम हाउस के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रोते बिलखते रहे परिजन
यह भी :रैनबो ग्रुप के चेयरमैन धीरेंद्र रवानी की गोली मार कर हत्या, आरोपी (कुणाल रवानी) आक्रोशित लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला
धनबाद
धीरेन रवानी की हत्या के आरोप में पिटाइ से मारे कुणाल रवानी को तीन दिन के बाद पैरोल पर छूटे पिता शंकर रवानी, मां बालिका देवी व अन्य परिजन अंतेष्टि के लिए पीएमसीएच से रात में ले गये. शाम 6.48 बजे मंडल कारा के कैदी वाहन से शंकर रवानी पुलिस बल के साथ पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे. पीछे से एक बोलेरो से पत्नी बालिका देवी सहित कुछ अन्य परिजन पहुंचे. इससे पहले काफी संख्या में पीएमसीएच में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था. परिजन पोस्टमार्टम हाउस के बाहर परिजन रोते-बिलखते रहे. शंकर ने बताया कि शव को क्रियाकर्म के लिए गौरखुंटी ले जायेंगे. यहां से मोहलबनी घाट ले जाया जायेगा. बता दें कि धीरेन की हत्या के बाद कुणाल की पिटाई कर अधमरा कर दिया गया था, पीएमसीएच में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था. परिवार में कोई सदस्य नहीं होने के कारण कुणाल की मां बालिका देवी ने पति शंकर रवानी को जेल से बाहर आने पर शव की अंतेष्टि की बात कही थी, तब तक शव को पोस्टमार्टम के मर्चरी में रखा गया था.
पोस्टमार्टम कर्मी को लगी चोट, शव देने में देरी शाम को शव लेने के लिए शंकर रवानी पुलिस सुरक्षा में पीएमसीएच पहुंचे. लेकिन तभी पोस्टमार्टम हाउस में पंखा से एक कर्मी घायल हो गया. यहां तैनात दो-तीन कर्मी घायल को लेकर इमरजेंसी पहुंचे. इधर, काफी देर तक शंकर को लेकर पुलिस बल पोस्टमार्टम के बाहर खड़ा रहा. लगभग एक घंटे के बाद यहां कर्मी पहुंचे, तब जाकर शव को ले जाया गया. इससे पहले शव ले जाने के लिए वाहन नहीं किये गये थे, रात में भाड़े पर वाहन लाया गया.
विधि प्रतिनिधि के अनुसार रेनबो चेयर मैन धीरेन रवानी की हुई हत्या मामले में आरोपी शंकर रवानी के पुत्र कुणाल (मृत) के दाह संस्कार के लिए सोमवार को सीजेएम राजीव रंजन की अदालत ने जेल में बंद शंकर रवानी को एक दिन का पेरोल पर छोड़ने का आदेश दिया. शंकर रवानी पुलिस अभिरक्षा में अपने बेटे कुणाल के दाह संस्कार में भाग लेंगे. शंकर रवानी बैंक मोड़ थाना कांड संख्या 115/17 में जेल में बंद है.