सीएमएस डॉ गोलाश के खिलाफ डॉक्टरों ने खोला मोरचा
सीएमओएआइ की बैठक में विरोध
सेंट्रल अस्पताल धनबाद में 60 प्रतिशत चिकित्सकों का सीआर खराब होने पर मोरचा खोल दिया गया है. सीएमओएआइ सेंट्रल अस्पताल विंग की ओर से एख आपातकालीन बैठक आयोजित की गयी. अध्यक्षता डॉ वीके पांडेय व संचालन डॉ दिनेश कुमार सिंह ने किया. चिकित्सकों ने कहा कि अस्पताल के 60 प्रतिशत डॉक्टरों के कॅरियर के साथ खिलवाड़ कर दिया गया है. इसमें सात से अधिक एचओडी हैं. सीआर खराब बना देने के बाद इन चिकित्सकों को इस वर्ष प्रोमोेशन भी नहीं होगा.
कुछ ऐसे डॉक्टर भी हैं, जिनका प्रमोशन व ट्रॉसफर गत माह हुआ था. लेकिन डाॅ गोलाश ने नोट सीट मूव करवा कर उनका ट्रांसफर रूकवा दिया और अब उनका सीआर खराब करके प्रमोशन भी रूकवा दिया है.
अस्पताल की साख बरबाद की साजिश : डॉक्टरों ने कहा कि सेंट्रल अस्पताल धनबाद का ख्याति प्राप्त व पुराना अस्पताल है. अब जिस तरह से डाॅ गोलाश डॉक्टरों के परेशान कर रहे हैं, सीआर खराब कर रहे हैं, उससे अस्पताल की साख खराब होगी. यह साजिश की जा रही है.
रेफरल के नाम पर कमीशन : डॉक्टरों ने कहा कि कार्रवाई कर यहां पर रेफरल के केस में बढ़ोतरी की जा रही है. रेफरल के नाम पर मिलने वाले कमीशन को लेकर इस तरह का जुगाड़ लगाया जा रहा है. लेकिन इसे सफल नहीं होने दिया जायेगा.
बेहतर करने वाले हो गये खराब : बताआ गया कि जिन डाॅक्टरों का सीआर खराब किया गया है, यह वे चिकित्सक हैं, जिनका प्रोफॉरमेंस हमेशा बेहतर रहा है. इन चिकित्सकों की वजह से ही अस्पताल का हमेशा नाम उंचा हुआ है. लेकिन अचानक से इतने तादाद में चिकित्सक खराब कैसे हो गये. इसके लिए डीपी से एक प्रतिनिधिमंडल मिलकर फिर से समीक्षा कराने की मांग करेगी.
इनका खराब हुआ सीआर : डॉ वीके पांडेय (मेडिसिन एचओडी), डॉ आइसी जायसवाल ( नेत्र, एचओडी), डॉ एस घोषाल (ऑथोपेडिक्स, एचओडी), डॉ पीके साहा (रेडियोलॉजी, एचओडी), डॉ मुक्ता साहा (सीएस, एचओडी), डॉ दिनेश कुमार सिंह (एनेस्थेसिया, एचओडी), डॉ बीके पुरोहित (सर्जरी, एचओडी), डॉ नरेश प्रसाद, डॉ पीएन रजक, डॉ अमीता बागची, डॉ दीपक प्रकाश आदि मौजूद थे.