धनसार थाना के पीछे मुहल्ले में बुधवार को आकाश कुमार उर्फ आकाश विश्वकर्मा (26) की गला रेतकर हत्या कर दी गयी. शक उन युवकों पर जताया जा रहा है जिनसे आकाश ने नौकरी लगाने के नाम पर रुपये लिये थे. उन युवकों का कहना था कि उनके साथ अाकाश और उसके पार्टनर ने ठगी की है. रकम नहीं लौटाने पर बुरा परिणाम भुगतना होगा. पुलिस तीन युवकों से पूछताछ कर रही है.
धनसार निवासी प्रदीप विश्वकर्मा के मंझला बेटा आकाश आइटीआइ पास था. उसका पैतृक गांव औरंगाबाद है. मंगलवार की रात ही वह गांव से लौटा था. बुधवार को दिन में धनसार थाना के पीछे अपने दोस्त बिट्टू के घर में सो गया. दिन के दो बजे वह खून से लथपथ मिला. सूचना मिलने पर आकाश का भाई विकास समेत अन्य लोग घायल को धनसार थाना ले गये. पुलिस ने तत्काल जख्मी को पीएमसीएच ले जाने की सलाह दी. पीएमसीएच पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
आकाश के भाई विकास को शक है कि उसके पार्टनर आनंद व अजीत तथा वासेपुर के दानिश, प्रिंस, महताब, सैफ, इमरान व हीरापुर के कुंदन (इन लोगों से नौकरी के नाम पर आकाश, आनंद व अजीत ने पैसे लिये हैं) का हाथ हो सकता है.
विकास का कहना है कि आकाश, आनंद व अजीत ने मिलकर कंपनियों में नौकरी लगाने के नाम पर दानिश, प्रिंस, महताब, सैफ, इमरान व कुंदन समेत अन्य से पैसे लिये हैं. पैसे वापसी के लिए इनलोगों द्वारा धमकी जा रही थी. 10 दिनों से परेशान किया जा रहा था. इस कारण आकाश को गांव भेज दिया गया था. आकाश रात को ही धनबाद लौटा था. विकास ने आरोप लगाया है कि धनसार पुलिस अगर उनलोगों का शिकायत सुन लेती और थाना से नहीं भगाती को भाई आकाश का जान बच सकता था. बकौल विकास दो दिन पहले जोड़ाफाटक से उसके पिता प्रदीप विश्वकर्मा को उठवा लिया गया था. पिता लेकर वे लोग धनसार थाना के पास आये, उनलोगों के साथ आनंद सिंह भी था. आनंद के भाई के मटकुरिया रोड स्थित ऑफिस में उसे जबरन ले जाया गया. वह अपने पिता के साथ वहां बैठा. आनंद का भाई धमकी दे रहा था कि जिससे पैसा लिया है उसका लौटवा दो. आकाश ने ही पैसा लिया है. अगर पैसा नहीं लौटायेगा तो आकाश कौन कहे परिवार के सभी लोगों को उठवा लिया जायेगा. कुछ भी हो सकता है.
विकास ने आरोप लगाया कि मामले की शिकायत धनसार थाना में की तो पुलिस नहीं सुनी. पूरा परिवार परेशान था. अाकाश को फोन कर गांव से बुलवाया गया. मंगलवार की रात वह घर लौटा था. आकाश का कहना था कि पैसा आनंद व अजीत के पास ही रखा है. विकास अपने भाई आकाश को लेकर बुधवार को थाना गया था. थानेदार से मामले में हस्तक्षेप करने व दोनों पक्षों को बुलाकर मामला सलटाने का आग्रह किया. थाना से उन दोनों भाईयों को भगा दिया गया. आकाश थाना के पीछे अपने दोस्त बिट्टू के घर के बाहर बने कमरे में जाकर सो गया. बिट्टू लौटा तो आकाश को लहुलहान देख शोर मचाते उसके घर आकर घटना की जानकारी दी. छोटा भाई प्रकाश ने आकाश को मामले की फोन पर जानकारी दी. विकास मटकुरिया रोड से वहां पहुंचा और भाई को लेकर धनसार थाना जाकर जानकारी दी. थाना से उसे पीएमसीएच भेज दिया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
बताया जाता है कि आकाश दो-तीन वर्षों से बैंक मोड़ मिट्ठू रोड के आनंद सिंह व गांधीनगर के अजीत सिंह के साथ मिलकर विभिन्न कंपनियों में नौकरी लगाने के नाम पर दर्जन भर से अधिक युवकों से पैसे लिये थे. आउटसोर्सिंग कंपनियों में भी नौकरी लगाने का आश्वावन दी जा रही थी. नौकरी नहीं लगने पर पैसे वापसी का आकाश व पार्टनरों पर दबाव था. आकाश के घर जाकर युवक पैसे वापस मांगते थे. घर पर धमकी दी जा रही थी. परेशान आकाश के परिजनों ने उसे पैतृक गांव औरंगाबाद भेज दिया था. रात को लौटा और दिन में हत्या हो गयी. पुलिस रेस हो गयी है. पंकज कुमार (विशुनपुर) , सैफ अय्याज(वासेपुर) , कुंदन कुमार मिश्र (चीरगोरा), रोहित कुमार (गांधीनगर) व मो इमरान (आरा मोड़) को धनसार थाना लाकर पूछताछ की जा रही है. इनलोगों कहना है कि नौकरी के नाम पर आकाश को पैसे दिये थे. कईयों को आउटसोर्सिंग कंपनी का जाली ज्वानिंग लेटर भी दे दिया था. मोबाइल से बात करने पर तीन बजे पैसे लौटाने के लिए स्टेशन पर बुलाया था. पुलिस मामले में मटकुरिया के अनिल सिंह को खोज रही है.
आकाश की मौत की सूचना पर डीएसपी (लॉ एंड ऑर्डर) नवल शर्मा, धनसार थानेदार मनोज गुप्ता पुलिस के साथ घटनास्थल पर जाकर छानबीन की. आसपास के लोगों से पूछताछ की. पुलिस की टीम पीएमसीएच आकर मृतक के परिजनों से जानकारी ली.