धनबाद को बोकारो से जोड़ने वाली मुख्य सड़क एनएच 32 का हाल भी धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन वाली हो सकती है. भूमिगत आग व धंसान को देखते हुए इस सड़क को भी बंद करने की तैयारी शुरू हो गयी है.
दो स्थानों पर स्थिति खतरनाक
सूत्रों के अनुसार एनएच 32 जो गोविंदपुर से चास मोड़ बोकारो तक गया है, के नीचे दो स्थानों पर स्थिति खतरनाक बतायी गयी है. डीजीएमएस ने कई बार चेताया है कि गोधर एवं केंदुआ-पुटकी के बीच मुख्य सड़क के करीब आग पहुंच चुकी है. यहां कभी भी बड़ी घटना हो सकती है. गुरुवार को गोधर के पास ही कुर्मीडीह में इस सड़क से बिल्कुल सटे इलाका में ही गोफ बन गया. इसके चलते प्रशासन को लगभग 11 घंटे तक एनएच 32 पर वाहनों का परिचालन रोकना पड़ा. अगर यही स्थिति रही तो कभी भी इस सड़क पर वाहनों का परिचालन स्थायी रूप से बंद किया जा सकता है. जिस तरह पिछले चार माह के दौरान भूमिगत आग से खतरा का हवाला दे कर धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन पर परिचालन बंद किया गया. साथ ही, आरएसपी कॉलेज झरिया को भी एक झटके में बंद कर दिया गया. उससे इस सड़क को भी बंद करने को ले कर कवायद शुरू हो गयी है.
डायवर्सन को ले कर डीजीएमएस से मंत्रणा
सूत्रों के अनुसार इस मार्ग को बंद कर नये रूट को ले कर डीजीएमएस से मंत्रणा चल रही है. कहां से रास्ता डायवर्ट किया जाये, इसी पर मंथन चल रहा है. डीजीएमएस की रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई होगी. साथ ही इस मामले पर अंतिम निर्णय राज्य सरकार को लेना है.
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419 करोड़ की योजना पर संशय
एनएच 32 जिसे अब स्टेट हाइवे अथॉरिटी ऑफ झारखंड (साझ) को हस्तांतरित करने का फैसला हो चुका है, को फोरलेनिंग करने का भी टेंडर हो चुका है. ठेकेदार को काम भी आवंटित हो चुका है. 419 करोड़ रुपये की इस योजना पर भी ग्रहण लग गया है. अगर धनबाद-बोकारो मुख्य मार्ग बंद होता है तो इस योजना को रिवाइज किया जा सकता है. इस पर भी फैसला साझ एवं राज्य सरकार को ही लेना है.