धनबाद. धनबाद रेल जिला बल के सिपाही लखीकांत प्रमाणिक (30) ने शनिवार की सुबह हील कॉलोनी स्थित डीएसपी बिनोद महतो के घर के पीछे फांसी लगाकर अात्महत्या कर ली. आत्महत्या के बाद धनबाद जीआरपी को सूचना मिली और एसआरपी एचपी जनार्दन व अन्य पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंच गये. घटना के बाद एसआरपी ने डीसी धनबाद को घटना की जानकारी दी और कार्यपालक दंडाधिकारी रामप्रवेश की मौजूदगी में कार्यवाही हुई. वहीं इस संबंध में डीएसपी के बॉडी गार्ड हवलदार मंटू तिग्गा के बयान पर धनबाद थाना में मामला दर्ज किया गया है.
मृतक धनबाद जिला के तिसरा थाना अंतर्गत चांदकुईयां का रहने वाला है. पिता नेपाल प्रमाणिक का यह दूसरे नंबर का पुत्र है, जबकि इसका एक बड़ा भाई साधन व छोटा सुनील प्रमाणिक है. वहीं 2014 में इसकी शादी बोकारो जिला के तुपकाडीह निवासी प्रतिमा देवी से हुआ और दो साल का एक पुत्र प्रिंस है, वहीं पत्नी पोषण सखी है
आवास के पीछे रहता था जवान
पुलिस ने बताया कि लखीकांत 29 जून को धनबाद जीआरपी में योगदान दिया था. इसके पहले यह होमगार्ड का जवान था और नये बहाली में इसकी भर्ती हुई थी. इसके साथ 111 जवान धनबाद जीआरपी को मिला था. कई जवान पुलिस लाइन में रहते थे और यह डीएसपी आवास के पीछे रहता था, इसके साथ डीएसपी के बॉडीगार्ड मंटू तिग्गा और निरंजन मांझी सोरेन भी रहता है. कई जवानों ने बताया कि इसका इलाज भी चल रहा था और गुरुवार को इसके पिता आये थे और डॉक्टर के जांच भी करवाया.
सुबह में लगा ली फांसी
मंटू तिग्गा ने पुलिस को बताया कि मृतक यहां पर साथ में रहता था. सुबह में उठने के बाद अपना सभी काम कर, नहाने चला गया. हम सभी स्नान कर वापस आये और उसके बाद बैरक के बगल में नाश्ता करने निकल गये वह भी साथ में था, लेकिन इसके बाद वह अचानक वहां से वापस निकल गया और आवास के पीछे चला गया. हम लोग नाश्ता कर वापस लौटे तो देखा की आवास के छत में लगे लकड़ी के खंभा में गमछा बांध कर गले में लगाकर झूल गया है. वह चौकी के ऊपर कुर्सी रख गले में बांधा और कुर्सी हटा दिया जिससे उसका मौत हो गया.
कई सवाल उठ रहे है
लखीकांत के फांसी पूरी तरह से संदिग्ध लग रहा है. फांसी लगाने के बाद उसका पैर चौकी से सटा हुआ था, जबकि जहां पर फांसी लगाया गया वहां जवान के लिए बिस्तर भी रखा हुआ था, जब सुबह तक सब कुछ ठीक था तो अचानक नौ बजे सुबह क्यों आकर फांसी लगायी. इसके साथ ही कुछ लोग पारिवारिक व डिप्रेशन की भी बातें बतायी.
बयान
घटना के बाद मजिस्ट्रेट के सामने सभी कुछ किया गया. पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल टीम गठित करने के लिए लिखा गया है. वहीं प्रथमदृष्टया यह पूरा मामला आत्महत्या कर लग रहा है आगे पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पायेगी. एचपी जनार्दन, एसआरपी