एसएम हाशमी पर लगाया फर्जीवाड़ा का आरोप
धनबाद जिला ओलिंपिक संघ के पदाधिकारियों ने एसएम हाशमी पर फर्जीवाड़ा का आरोप लगाया है. संघ के महासचिव रंजीत केशरी, रेजा इस्तयाक व अनुपम मेहता ने जारी विज्ञप्ति में बताया है कि एसएम हाशमी को कभी संघ के अध्यक्ष की अावश्यकता ही नहीं पड़ी, क्योंकि कागजी तौर पर संघ चलाने में माहिर हाशमी को समय- समय पर सिर्फ अध्यक्ष के हस्ताक्षर की आवश्यकता पड़ती थी, जो सहज उन्हें उपलब्ध हो जाता था. उन्होंने कहा कि इसके पूर्व अध्यक्ष सीके मुखर्जी काे धनबाद छोड़े कई वर्ष हो गये हैं, लेकिन हाशमी हमेशा उनका दस्तावेजों में हस्ताक्षर कहां से करवाते थे, यह तो स्वयं हाशमी ही बता सकते हैं. इन तीनों ने पूर्व अध्यक्ष चंचल मुखर्जी का हस्ताक्षर किये हुए तीन दस्तावेज भी दिये, जिसमें हाशमी का हस्ताक्षर एक जैसा है, लेकिन चंचल के हस्ताक्षर अलग-अलग तरीके से किये हुए हैं.
13 वर्ष बाद नींद से जागे हाशमी
इन लोगों ने बताया कि जुलाई 2017 में जिले के लगभग सभी संबद्धता प्राप्त खेल संघों ने मिल कर वर्षों से निष्क्रिय पड़े धनबाद जिला ओलिंपिक संघ के पर्यवेक्षक की देखरेख में नयी कार्यकारिणी का गठन किया, जिसके बाद झारखंड ओलिंपिक संघ ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों को बधाई पत्र भी भेजा. हम लोगों ने खेल गतिविधि भी प्रारंभ कर दी. आगामी 11 से 15 अक्तूबर तक जिला में विभिन्न खेलों का आयोजन की घोषणा से हाशमी बेचैन हो गये और अब समानांतर संघ बना कर लोगों को गुमराह करने में लगे हैं. 13 साल बाद वह फिर से सक्रिय होने का दिखावा कर जिले के खिलाड़ियों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. जबकि उन्हें झारखंड ओलिंपिक संघ से भी बाहर कर दिया गया है.
साबित करें तो खेल से संन्यास ले लूंगा : हाशमी
धनबाद. जिला आेलिंपिक संघ के अध्यक्ष एमएम हाशमी ने कहा कि कागजातों में तीनों हस्ताक्षर चंचल मुखर्जी के हैं. अभी वह दिल्ली में हैं और बीमार चल रहे हैं. उनका हाथ-पैर भी कांपता है. दो माह पहले भी वाट्सअप पर इस तरह के मैसेज चल रहा था, जिसे वह स्वयं दिल्ली जाकर चंचल मुखर्जी को दिया था. श्री मुखर्जी 1978 से फुटबॉल संघ के फाउंडर मेंबर हैं. खेल में उनका पूरा योगदान रहा है. जिस तीन दस्तावेज पर फर्जी हस्ताक्षर की बात कही जा रही है यदि वह साबित हो जाता है तो मैं सदा के लिए खेल से संन्यास ले लूंगा. मुझ पर इस तरह के आरोप लगाने वालों पर मानहानि का मुकदमा भी करूंगा. ये लोग मुझसे डर गये हैं और इस तरह की ओछी बातें कर रहे हैं, जबकि मैंने खेल के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया है.