जेएनयू के छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार देश में सामप्रदायिकता फैलाने का कार्य कर रही है. उदार चेहरा दिखाकर देश के हर हिस्से में सिर्फ लड़ाने का काम हो रहा है. यहां के लोगों को जो इतिहास विरासत में मिली है, उस इतिहास को तोड़ने का काम केंद्र की सरकार कर रही है. कन्हैया बोकारो के बिरसा आश्रम में आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि देश में धर्म और राजनीति का ऐसा घालमेल किया गया है कि लोग उलझ कर रह गए हैं. हम लोगों को इसी उलझन से निकालने का काम कर रहें है, तो हम पर कई आरोप लग रहें हैं. अगर मैं देश द्रोही हूं, तो जेल भेज दें, ऐसा नहीं हो रहा है. केंद्र सरकार में शामिल उनके सांसद एक बलात्कारी बाबा के समर्थन में बयान दे रहें हैं. इससे ही अंदाजा लगाया जा सकता है सरकार महिलाओं को सरकार क्या सुरक्षा देगी. जो निर्भिक लोग कुकर्मियों के खिलाफ लड़ते है, उन्हें सरकार कमजोर करने का काम करती है.
धर्मगुरुओं के लिए राजनीति में कोई जगह नहीं
पूर्व छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया ने कहा कि धर्मगुरुओं का राजनीति में कोई जगह नहीं है, लेकिन इस देश में लगातार राजनीति में धर्म गुरु को जगह मिल रही है, जो देश में सांप्रदायिक माहौल तैयार कर रहें है. हर वक्त देश को तोड़ने की बात हो रही है. इसलिए देश को सबसे अधिक खतरा धर्मगुरुओं से हैं. अब तो केंद्र ही नहीं राज्य में मुख्यमंत्री तक बाबा बन रहें हैं. धर्म की बात करने वाले राजनीति कर रहें हैं. धर्म के नाम पर राजनीति बंद होनी चाहिए.
देश को बचाने के लिए सभी को संघर्ष करना होगा
कन्हैया ने आगे कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जिसका अपना इतिहास रहा है, इस देश को जो तोड़ने की साजिश हो रही है. उस साजिश को नाकाम करने के लिए सभी को मिलकर संघर्ष करना होगा. हर साल देश में 12 हजार किसान आत्महत्या कर रहें है.
शहादत की राजनीति करते हैं हम
इस देश को अंग्रेजो के दलालों से नुकसान है. जो अंग्रेजों के इशारे पर फूट डालो राज करों की राजनीति देश में कर रहें हैं. हमारा इतिहास तो शहादत का रहा है. देश को आजादी दिलाने से लेकर अब तक कम्युनिस्ट कार्यकर्ता शहादत देते रहे हैं. इसलिए सभी को संघर्ष के लिए तैयार रहना होगा.
सुरक्षा को लेकर मुस्तैद थी पुलिस
कन्हैया कुमार के सभा को लेकर शुक्रवार से ही पुलिस फोर्स बोकारो में तैनात कर दी गई थी. तीन डीएसपी के साथ चास अनुमंडल पदाधिकारी पूरे कार्यक्रम की मॉनिटरिंग कर रहें थे, इसके अलावे सभा स्थल के आस-पास भारी संख्या में पुलिस के जवान तैनात थे. सभा की अध्यक्षता आफताब आलम ने की, लोगों का स्वागत राजेंद्र यादव ने किया.