नई दिल्ली. रेलवे मिनिस्टर सुरेभ प्रभु ने बुधवार को नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। हाल ही में हुए दो रेल हादसों की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की। बाद में मीडिया से कहा- एक्सीडेंट्स से मुझे गहरा दुख पहुंचा है। कुछ लोगों की जानें गई हैं। मैंने पीएम से मिलकर इन हादसों की पूरी जिम्मेदारी ली है। उन्होंने मुझे इंतजार करने को कहा है। बता दें कि यूपी के खतौली हादसे में उत्कल एक्सप्रेस के हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि बुधवार को एक एक्सीडेंट में 80 लोग घायल हो गए थे। कैसे हुआ था खतौली हादसा…
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19 अगस्त को खतौली रेल हादसे की शुरुआती जांच में रेलवे की लापरवाही सामने आई है। बताया जा रहा है कि ट्रैक पर दो दिन से काम चल रहा था। ट्रेन के ड्राइवर को कॉशन कॉल नहीं मिला। ढीली कपलिंग वाले ट्रैक से ट्रेन 105Kmph की रफ्तार से गुजरी और पटरी से उतर गई। अमूमन ऐसी जगह रफ्तार 15-20Kmph रखी जाती है।
खतौली रेल हादसे की ये तीन वजहें बताई गईं थीं
1) तेज स्पीड
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, “उत्कल एक्सप्रेस का स्टॉपेज खतौली में नहीं था। ट्रेन करीब 105Kmph की रफ्तार से चल रही थी। स्टेशन पार करते ही ड्राइवर को किसी खतरे की आशंका हुई, जिसके बाद उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाया। शायद हादसे की वजह यही रही हो।”
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2) ट्रैक मेंटेनेंस
बताया गया कि हादसे वाली जगह पर करीब 200 मीटर ट्रैक लंबे समय से खराब था। अक्सर फ्रैक्चर के कारण यहां ट्रेनें धीमी रफ्तार से निकलती हैं। यह ट्रैक बदलने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड मंजूर कर चुका था, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ।
काम चलने की वजह से ऑर्डर था कि यहां से गुजरने वाली ट्रेनों की स्पीड 10 से 15Kmph के बीच रहेगी, लेकिन उत्कल के ड्राइवर ने इसे नजरअंदाज करते हुए करीब 105Kmph की स्पीड से ट्रेन गुजारी।
3) आतंकी साजिश
मुजफ्फरनगर में हुआ हादसा कहीं आतंकी साजिश तो नहीं था। इस बात का पता करने के लिए एटीएस की टीम को भी मुजफ्फरनगर के खतौली भेजा गया था। हालांकि, बाद में करीब-करीब ये मान लिया गया कि इस मामले में लापरवाही हुई। यह आतंकी साजिश नहीं है।
कैफियात एक्सप्रेस हादसा
बुधवार को आजमगढ़ से दिल्ली जा रही कैफियात एक्सप्रेस ट्रेन औरेया जिले में दिल्ली-हावड़ा रेल ट्रैक पर एक डंपर से टकरा गई। एजेंसी के मुताबिक, मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात 2.40 बजे हुए इस हादसे में ट्रेन के इंजन समेत 10 डिब्बे पलट जाने से 80 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। सभी जख्मियों को नजदीकी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में जुट गया है।