कांग्रस उपाध्यक्ष राहुल गांधी दिवाली के बाद पार्टी की कमान संभास सकते हैं. राजस्थान कांग्रेस के प्रमुख सचिन पायलट ने कहा कि राहुल को अब पार्टी की कमान संभाल लेनी चाहिए. उन्होंने बताया कि दिवाली के कुछ समय बाद राहुल पार्टी की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं. वैसे स्वयं राहुल ने भी कहा है कि वह इसके लिए तैयार हैं. संगठनात्मक चुनाव कांग्रेस में चल रहे हैं. नये अध्यक्ष दिवाली के बाद जिम्मेदारी संभाल सकते हैं. इसकी योजना काफी समय से चल रही है. राहुल ने पिछले माह अमेरिका यात्रा के दौरान कहा था कि वह कांग्रेस नेतृत्व का उत्तरदायित्व संभालने के लिए तैयार हैं.
प्रियंका का राजनीति में आना उनका व्यक्तिगत निर्णय
प्रियंका के राजनीति में आने वाले सवाल पर सचिन ने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है. मेरा मानना है कि वह कांग्रेस परिवार से संबंधित हैं और जरूरत पड़ने पर अपना योगदान देती हैं. वह सक्रिय राजनीति में आयें या नहीं, यह उनका एवं उनके परिवार का निजी फैसला होगा. कांग्रेस में बुजुर्ग पीढ़ी को युवाओं को रास्ता देने के बारे में सवाल करने पर उन्होंने कहा कि वैसे तो यह एक स्वाभाविक क्रम है. पर बात मौका देने की नहीं सबको साथ लेकर चलने की है. ऐसा नहीं है कि कोई कट आफ डेट होनी चाहिए.
आयु मापदंड चयन के लिए नहीं, लोगों को हटाने के लिए
उन्होंने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार में मंत्री के लिए कथित आयु मापदंड पर चुटकी लेते हुए कहा कि राजनीति में मापदंड चयन के लिए नहीं बल्कि लोगों को हटाने के लिए बनाये जाते हैं. हमें पुरानी पीढ़ी के अनुभवों का पूरा लाभ उठाना चाहिए. हम (कांग्रेस) भाजपा की तरह मार्गदर्शक मंडल बनाने में विश्वास नहीं करते. भाजपा के मार्गदर्शक मंडल से बढ़कर कोई मजाक नहीं हो सकता. आज (लालकृष्ण) आडवाणीजी और (यशवंत) सिन्हाजी की क्या हालत बना रखी है, आप भाजपा वालों से पूछ सकते हैं. हमारे यहां ऐसा नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि इसमें अच्छा मिश्रण होना चाहिए. साथ ही बदलाव भी होते रहने चाहिए. आजादी के बाद कांग्रेस ने भी समय-समय पर अपनी सोच में बदलाव किया है.