कांग्रेस ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की पत्नी के पिछले साल गुपचुप ढंग से मुंबई आने के दावों पर आज कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का सरकार का जो पुख्ता दावा है, उस पर प्रश्नचिन्ह खड़ा होता है तथा इस मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को स्पष्टीकरण देना चाहिए.
सरकारी एजेंसियां सोती रही: सुरजेवाला
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आज कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि दाऊद इब्राहिम की बीबी माहजबीं अपने पिता सलीम शेख से मिलने 2016 मुंबई आयी थी. मोदी सरकार और उनकी एजेंसियां सोती रहीं. उन्होंने सवाल किया कि सीबीआई और खुफिया एजेंसी रॉ क्या कर रही थी. जो पूरे देश का दोषी है, उसकी बीबी मोदी सरकार की नाक के नीचे सरेआम मुंबई आती है, अपने पिता से मिलती है और वापस चली जाती है. लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं होती है आखिर क्यों. कोई कार्रवाई क्यों नहीं होती. साथ ही उन्होंने बताया कि इस बात का खुलासा खुद ठाणे पुलिस ने किया है.
मुंबई में 15 दिनों तक रहीं थी दाऊद की पत्नी
पार्टी के एक अन्य प्रवक्ता राजीव शुक्ला ने कहा कि यह बहुत ही चिंताजनक खबर है कि दाऊद की पत्नी पिछले साल मुंबई आयी थी और 15 दिन रहकर वह वापस चली गयी. आखिर उस समय मुंबई पुलिस, महाराष्ट्र एवं केन्द्रीय एजेंसियां क्या कर रही थीं. उन्हें इसकी भनक क्यों नहीं मिली.
उन्होंने कहा कि सरकार का आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का जो पुख्ता दावा है, उस पर प्रश्नचिन्ह खड़ा होता है. दाऊद की पत्नी के आने के बारे में मुंबई पुलिस द्वारा इंकार किये जाने के बारे में पूछने पर शुक्ला ने कहा कि इस बारे में महाराष्ट्र सरकार और गृह मंत्रालय को स्पष्टीकरण देना चाहिए.
दाऊद के भाई इकबाल ने किया खुलासा
पुलिस अधिकारियों के अनुसार दाऊद के भाई इकबाल कासकर ने पूछताछ में बताया कि दाऊद इब्राहिम की पत्नी माहजबीं शेख पिछले साल अपने पिता से मिलने मुंबई आई थी. साथ ही यह भी बताया कि दाऊद इब्राहिम अभी भी पाकिस्तान में है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस सप्ताह ठाणे पुलिस के जबरन वसूली निरोधक प्रकोष्ठ द्वारा गिरफ्तार कासकर ने दाऊद और उसके परिवार के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं.
मोदी सरकार के दावे गलत: शुक्ला
शुक्ला ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस दावे को भी गलत बताया कि वह जिस योजना का प्रारंभ करते हैं उसका उद्घाटन भी करते हैं. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में समय की बाध्यता नहीं होती तथा एक सरकार किसी योजना का प्रारंभ करती है और दूसरी सरकार उसका उद्घाटन करती है. उन्होंने ब्रह्मपुत्र पर सबसे लंबे पुल समेत तमाम ऐसी योजनाओं के नाम गिनाये जिनका शिलान्यास पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने किया और उनका उद्घाटन मोदी ने किया.