लंदन. ब्रिटेन ने आर्थिक प्रतिबंधों (फाइनेंशियल सेंक्शंस) से जुड़ी असेट फ्रीज लिस्ट जारी की है. इसमें भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादी दाउद इब्राहिम का भी नाम है. लिस्ट में दाऊद की नागरिकता भारतीय अंकित है. दाउद के पाकिस्तान के तीन ठिकानों का भी उल्लेख है. लिस्ट में दाऊद के 21 उपनाम भी बताया गया है जिन नामों का वह उपयोग करता इसे सोमवार को ही अपडेट किया गया है.
पाकिस्तान में दाऊद के ठिकाने…
– लिस्ट के मुताबिक दाउद क पहला पता हाउस नंबर 37, 30 स्ट्रीट, डिफेंस हाउसिंग अॉथरिटी, कराची पाकिस्तान है.
– दूसरा पता नूराबाद, कराची, पाकिस्तान (पटियाला बंगला) है.
– तीसरा पता व्हाइट हाउस, सउदी मस्जिद के पास, कराची, पाकिस्तान है.
दाऊद का जन्म स्थान
– लिस्ट में दाऊद का जन्मस्थान खेर, रत्नागिरी, महाराष्ट्र दर्ज है और उसकी नागरिकता भारतीय बतायी गयी है.
– इसमें उसके इंडियन पासपोर्ट का भी जिक्र है, जिसे बाद में भारत सरकार ने रद्द कर दिया था. दाऊद के कई भारतीय और पाकिस्तानी पासपोर्ट का जिक्र है जिसका उसने गलत इस्तेमाल किया है. दाऊद के पिता का नाम शेख इब्राहिम अली कास्कर, माता का नाम अमीना बी और पत्नी का नाम मेहजबीन शेख दर्ज है.
दाऊद के उपनाम
– लिस्ट में दाऊद के 21 उपनाम का उल्लेख है. इनमें शेख, इस्माइल, अब्दुल अजीज, अब्दुल हमीद, अब्दुल रहमान, मोहम्मद भाई, अनीस इब्राहिम, इकबाल, दिलीप, अजीज, फारूखी, हसन, दाऊद, मेमन, कास्कर, साबरी, साहेब, हाजी, सेठ और बड़ा भाई. इन नामों का इस्तेमाल दाऊद करता रहा है.
और किनके नाम
– दाऊद के अलावा ब्रिटेन ट्रेजरी डिपार्टमेंट की लिस्ट में लिबरेशन टाइगर ऑफ तमिल इलम (LITTE), खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स और हिज्बुल मुजाहिदीन का भी नाम है. लिस्ट में अलकायदा और आइएसआइएस से जुड़े कई संगठनों के नाम भी हैं.
लिस्ट में नाम आने का मतलब
– आर्थिक प्रतिबंधों की इस लिस्ट में नाम आने का मतलब ये है कि ब्रिटेन प्रतिबंधित शख्स, देश या संस्था को फंड ट्रांसफर किए जाने पर रोक लगा सकता है. लिस्ट में उल्लेखित लोगों के एसेटस सीज किए जा सकते हैं. कुछ प्रतिबंधों में फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइड या परफॉर्म करने पर भी रोक लगाई जा सकती है. ब्रिटेन ट्रेजरी के मुताबिक फाइनेंशियल प्रतिबंधों का उल्लंघन करना अपराध है.
मुंबई ब्लास्ट्स का आरोपी है दाऊद
– दाऊद वर्ष 1993 में मुंबई में हुए सीरियल बम ब्लास्ट्स मामले में आरोपी है. धमाकों के बाद वह भारत से भाग गया था. इन ब्लास्ट में 260 लोगों की मौत हुई थी और 700 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.
– दाऊद को लेकर भारत कई बार पाकिस्तान को डोजियर सौंप चुका है. भारत सरकार ने दाऊद के पाकिस्तान में पतों का भी डोजियर में जिक्र किया था. पाकिस्तान हमेशा यही दावा करता रहा है कि दाऊद इब्राहिम उसके यहां नहीं है.
– दाऊद का नाम इंटरपोल की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में भी शामिल है. दाउद पर धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और एक आपराधिक गिरोह ऑपरेट करने का आरोप है. अमेरिका ने वर्ष 2003 में इसे ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया था.