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त्रिपुरा में पत्रकार की हत्या प्रेस की स्वतंत्रता दबाने का प्रयास: मीडिया संगठन
मीडिया बिरादरी के लोगों ने त्रिपुरा के पत्रकार शांतनु भौमिक की हत्या की निंदा की है और कहा है कि यह प्रेस की स्वतंत्रता को ‘दबाने’ का एक प्रयास है.
प्रेस की स्वतंत्रता को दबाने का प्रयास
अरूणाचल प्रेस क्लब (एपीसी), अरूणाचल प्रदेश यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट (एपीयूडब्ल्यूजे) और अरूणाचल इलेक्ट्रोनिक मीडिया एसोसिएशन (एईएमए) द्वारा जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया कि यह एक अमानवीय कृत्य है और स्वतंत्र आवाज और प्रेस की स्वतंत्रता को दबाने का प्रयास है. मृतक के परिवार और त्रिपुरा के प्रेस बिरादरी के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुये संयुक्त बयान में हत्या में शामिल लोगों को कड़ी सजा देने की मांग की गयी.
कड़ाई से निपटा जाना चाहिए
बयान में कहा गया है, इस तरह की ताकतों से कड़ाई से निपटा जाना चाहिए, ताकि सचाई की लड़ाई लड़ने वाले सुरक्षित हो सकें. बयान में त्रिपुरा सरकार से पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी मांग की गई.