एमसीआइ की नियमावली में होगा बदलाव: अश्विनी चौबे
पीएमसीएच धनबाद की मान्यता बचाने की होगी कोशिश
धनबाद:केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने शनिवार को पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) का निरीक्षण किया. कमियों की जानकारी ली है. निरीक्षण के बाद धनबाद सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातीचत करते हुए कहा है कि पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) की मान्यता बचाने के लिए हर संभव कोशिश होगी. धनबादवासियों को इसके लिए चिंतित होने की जरूरत नहीं है. साथ ही धनबाद में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को भी तय समय पर पूर्ण करने की कोशिश होगी.
मंत्री कहा कि पीएमसीएच की मान्यता बचाने के लिए सरकार गंभीर है. दो बार इस मुद्दे पर देश के स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से बात हुई है. आज पीएमसीएच का निरीक्षण भी किया. कहा कि पूरे देश में डॉक्टरों की भारी कमी है. आबादी के हिसाब से अभी देश में लगभग 17 लाख डॉक्टरों की जरूरत है, जिसके विरुद्ध लगभग आठ लाख डॉक्टर ही हैं. देश में एमबीबीएस में सीटों की संख्या भी बढ़ा कर 67 हजार 392 कर दी गयी है. पीजी में सीटों की संख्या भी बढ़ा कर 30 हजार 228 कर दी गयी है. निजी मेडिकल कॉलेजों को मान्यता देने में भी सरलता के लिए एमसीआइ की नियमावली में बदलाव किया जा रहा है. वर्ष 2022 तक डॉक्टरों की कमी लगभग दूर कर दी जायेगी. मंत्री ने कहा कि धनबाद में ट्रॉमा सेंटर का काम राशि आवंटित होने के छह वर्ष बाद भी शुरू नहीं होना कार्य संस्कृति के अभाव को दर्शाता है. ट्रॉमा सेंटर की राशि में बढ़ोतरी के लिए बात होगी. धनबाद में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का काम तेज गति से चल रहा था. कोर्ट में मुकदमा हो जाने के कारण कार्य रुक गया है. दो सौ बेड के इस अस्पताल में आठ ओटी होंगे. साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं दक्ष पारा मेडिकल कर्मियों की बहाली होगी. आने वाले कुछ वर्षों में भारत को पोलियो की तरह टीबी, कुष्ठ, खसरा जैसी बीमारियों से मुक्त कर दिया जायेगा. बातचीत के दौरान सांसद पशुपति नाथ सिंह, रवींद्र पांडेय, विधायक राज सिन्हा मौजूद थे.