यात्रियों की संख्या में भी गिरावट, माल ढुलाई में मामूली इजाफा
डीसी रेल लाइन बंदी के बाद मंडल की स्थिति गड़बड़ायी
बरकेश्वर, बंडेल, फरक्का एनटीपीसी, मेजिया जैसे प्लांट में दो तीन दिन का ही स्टॉक
धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन बंदी का असर सिर्फ धनबाद के यात्रियों पर ही नहीं बल्कि पूरे देश में पड़ा है. ये बातें शुक्रवार को डीआरएम कार्यालय के सभागार में डीआरएम मनोज कृष्ण अखौरी ने स्वच्छता पखवारा की जानकारी देने के दौरान कही.
कई प्लांटों में एक दिन का भी कोयला नहीं
डीआरएम ने कहा कि मंडल से कोयला उत्तर भारत व बंगाल के पावर प्लांटों में जाता है. उत्तर भारत के यमुना नगर प्लांट, दादरी, हलदवा मंज, अनपड़ा में कहीं पांच दिन तो कहीं जीरो दिन का कोयला है. वहीं दादरी पुरी प्लांट से पूरी दिल्ली की बिजली सप्लाइ होती है. वहां पर भी बुरा प्रभाव पड़ेगा. खास कर दुर्गापूजा के समय बंगाल के सभी पावर प्लांट में कोयला स्टॉक किया जाता है, लेकिन वहां के बरकेश्वर, बंडेल, फरक्का एनटीपीसी, मेजिया जैसे प्लांट में दो तीन दिन का ही स्टॉक है. एक हजार किलो मीटर व उससे ज्यादा दूरी वाले प्लांट में कम से कम 20 दिन व नजदीक वालों में तीन से चार दिन का स्टॉक होना चाहिए.
यात्री संख्या में भी आयी गिरावट
श्री अखौरी ने बताया कि अप्रैल से अगस्त माह तक यात्रियों की संख्या में बहुत गिरावट आयी है. डीसी रेल लाइन की बंदी के दिन (15 जून) से लेकर 31 अगस्त तक पिछले साल की तुलना में आरक्षण टिकट से सफर करने वाले 74 हजार यात्री कम हुए, जबकि साधारण टिकट से 12.5 लाख यात्रियों की संख्या में गिरावट हुई है. पांच माह में माल ढ़ुलाई में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है. पिछले साल 43.09 मिलियन टन और इस साल 48.3 मिलियन टन माल ढुलाई की गयी है जो 12 प्रतिशत ज्यादा है. बीसीसीएल से पिछले साल 7.21 एमटी लदान हुआ था. इस साल 5.92 एमटी लदान हुआ है जो 18 प्रतिशत कम है. जारंगडीह के तीन क्षेत्र से पिछले साल पांच एमटी माल ढुलाई हुई थी, जो इस साल घट कर 3.8 एमटी हुई है. यह 24 प्रतिशत कम है. यह डीसी रेल लाइन बंदी के कारण हुई है. माल ढुलाई में आय पिछले साल आय 4091 करोड़ रुपये थी, जो इस साल बढ़ कर 4780 करोड़ पहुंच गयी है.
अधिकारी बंगला से हटाये गये ट्रैक मैन
डीआरएम ने बताया कि लगातार हो रही दुर्घटनाएं दुखद है.मंडल में जिन अधिकारियों के घर पर ट्रैकमैन काम कर रहे थे, उन सभी को हटा दिया गया है. अब वह पूर्व के स्थान पर ड्यूटी करेंगे.
ननि पूछ कर शौचालय का निर्माण कराये
डीआरएम ने बताया कि रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण कर कई लोग रह रहे हैं, हम लोग हटाने जाते हैं तो लोकल नेता गर्मी, ठंडा और बरसात का बहाना कर हटाने नहीं देते. नगर निगम द्वारा बनाये जा रहे शौचालय बिना जानकारी के बना दिया जाता है. इस कारण अतिक्रमण हटाने के दौरान उसे भी तोड़ना पड़ता है. यदि जानकारी देकर शौचालय बनवायेंगे तो हम लोग उचित स्थान के साथ के साथ प्लेटफॉर्म व अन्य स्थान पर भी अनुमति देंगे.
स्वच्छता पखवारा पर विशेष ध्यान
डीआरएम ने बताया कि 16 से 31 अगस्त तक चले स्वच्छता पखवारा के दौरान कई तरह के काम किये गये. रेलवे कॉलोनी, स्टेशन, ए वन, ए ग्रेड व अन्य छोटे बड़े स्टेशनों पर विशेष अभियान चला. ट्रेनों में जांच की गयी, वाशिंग पिट को देखा गया और यात्रियों का फीडबैक लिया गया. धनबाद के एलेप्पी व लुधियाना एक्सप्रेस में ऑन बोर्ड हाउसिंग किपिंग का काम संतोषजनक नहीं मिला और उन्हें 55 हजार जुर्माना किया गया. धनबाद की कई ट्रेनों पर एसी बोगी में मिलने वाले लीलेन ठीक नहीं मिले और 35 हजार जुर्माना, मंडल के कई स्टॉप में गंदगी मिली. उन सभी से 20 हजार रुपया जुर्माना वसूला गया. प्रेस वार्ता के दौरान मौके पर सीनियर डीसीएम आशीष कुमार व सीनियर डीओएम संजय कुमार मौजूद थे.