डीसी रेल लाइन-आरएसपी मुद्दे को ले कोयला-रेल मंत्री से मिलीं वृंदा
धनबाद: धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन चालू करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट को भेजे गये इच्छा मृत्यु के आवेदन जनहित याचिका के रूप में तब्दील हो गये हैं. कतरास विकास मंच के अध्यक्ष नीतेश ठक्कर ने बताया कि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने 20 सितंबर को भेजे गये इच्छा मृत्यु के आवेदन को जनहित याचिका के रूप में स्वीकृत कर लिया है. कोर्ट ने इस संबंध में डायरी नंबर 43394/17 दर्ज की है. श्री ठक्कर ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में स्वत:जनहित में तब्दील कर लिये जाने से डीसी रेल लाइन के चालू होने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है. मंगलवार को 103 दिनों से कतरास में चल रही सभा में इस बात की जानकारी दिये जाने के बाद लोगों में हर्ष है. मौके पर कैलाश केजरीवाल, अनुज रवानी, संतोष गुप्ता, डॉ पुष्पेश कुमार इंदु, मणि शर्मा, प्रकाश माकन, सुरेश रवानी, सूर्य नारायण तिवारी, राजेंद्र साव, महेश सिंह, सनत राय, नायक खटिक, प्रवीण चौथानी, प्रह्लाद बर्मण आदि थे. इधर, स्टेशन रोड में चल रहा पार्षद डॉ विनोद गोस्वामी का महाधरना 95 वें दिन जारी रहा.
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440 लोगों ने भेजा था इच्छा मृत्यु का आवेदन
नीतेश ठक्कर ने बताया कि 12 सितंबर को 230 लोगों ने इच्छामृत्यु का आवेदन भेजा था. फिर 20 सितंबर को मंच ने पुन: 210 लोगों की इच्छामृत्यु का आवेदन भेजा. 20 सितंबर के आवेदन पीआइएल में तब्दील हुए हैं. इधर पूर्व विधायक ओपी लाल, पूर्व बियाडा अध्यक्ष विजय झा, झामुमो नेता राजेंद्र प्रसाद राजा, कांग्रेस नेता रामबचन पासवान, शौकत खान सहित पांच हजार से अधिक लोगों ने जिला प्रशासन को शपथ पत्र सौंपते हुए रेल लाइन में खतरा नहीं होने का दावा किया था.