आश्वासन. धनबाद-जयनगर, पाटलिपुत्र एक्सप्रेस व नयी दिल्ली स्पेशल ट्रेन के परिचालन पर होगा विचार
पूर्व मध्य रेलवे के जीएम डीके गायेन ने कहा कि धनबाद-चंद्रपुरा रेल मार्ग की डायवर्ट या स्थगित ट्रेनों को धनबाद के रास्ते चलाना मुश्किल है. हालांकि इस मसले पर परिचालन विभाग व अन्य संबंधित विभागों के साथ बैठक हुई है. कोशिश है कि कोई रास्ता निकल जाये.
जीएम ने कहा कि डीसी रेल लाइन बंद होने का असर धनबाद रेल मंडल सहित पूरे जोन पर पड़ा है. कई बाधाएं उत्पन्न हुई हैं. यात्री ट्रेन की आय, माल लदान पर बहुत प्रभाव पड़ा है. मंडल को भारी राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है. इससे निजात पाने के उपाय तलाशे जा रहे हैं. कई बंद ट्रेनों को परवर्तित मार्ग से चलाया जा रहा है. लेकिन अभी तक धनबाद से एक भी ट्रेन का परिचालन शुरू नहीं हो पाया है. धनबाद रेल मंडल से धनबाद-जयनगर, पाटलिपुत्र एक्सप्रेस व नयी दिल्ली स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग आयी है. इस पर विचार किया जायेगा. उसके बाद प्रस्ताव बोर्ड को भेजा जायेगा. अनुमति मिलने के बाद ही आगे ट्रेन चल पायेगी. बातचीत के दौरान डीआरएम मनोज कृष्ण अखौरी, एडीआरएम डीके सिन्हा, सीनियर डीसीएम आशीष कुमार, सीनियर डीओएम संजय कुमार, सीनियर डीओएम प्लानिंग आरके रोशन, सीनियर डीइएन (को-ऑर्डिनेशन) संजय झा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.
नयी रेल लाइन में काफी समय लगेगा
जीएम ने बताया कि धनबाद-चंद्रपुरा वैकल्पिक लाइन के लिए राइट्स सर्वे कर रहा है. इसके बाद रेल मंत्रालय से जो आदेश आयेगा, उसका पालन किया जायेगा. हालांकि नयी रेल पटरी बिछाने में काफी समय लगेगा. सभी कुछ अच्छा रहा तो कोल मंत्रालय इसके लिए राशि उपलब्ध करवायेगी. उन्होंने कहा कि अभी कई पर्व त्योहार आने वाले हैं. उस पर विशेष ध्यान है. मौर्या एक्सप्रेस का कोच बढ़ाया गया है. लेकिन धनबाद से अभी भी उत्तर बिहार का संपर्क टूट गया है. हैदराबाद रक्सौल व सिकंदराबाद दरभंगा एक्सप्रेस को धनबाद के रास्ते नहीं चलाया जा सकता. उसकी लेट लतीफी को ठीक किया जायेगा.
डीसी रेल लाइन के नीचे से कोयला खनन फिलहाल नहीं
जीएम ने बताया कि डीसी रेल लाइन के नीचे से कोयला निकालने के संबंध में कोल मंत्रालय से किसी भी तरह का पत्राचार नहीं हुआ है. सिर्फ प्रारंभिक तौर पर बातचीत हुई है. फिलहाल इसके नीचे से कोयला नहीं निकाला जायेगा. कहा कि लाइन बंद होने से कई लोडिंग साइडिंग भी बंद हो गयी है. कई नयी साइडिंग बनायी जा रही है. डीसी रेल लाइन बंद होने से धनबाद रेल मंडल में प्रतिदिन 5 से 6 रैक लोडिंग कम हो रही है. अभी पाथरडीह के रास्ते एक ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है, लेकिन वह पूरी तरह से सफल नहीं है. क्योंकि 2007 में धनबाद झरिया रेल मार्ग को बंद कर दिया गया था. अब दोबारा इस रेल लाइन को चालू नहीं किया जा सकता. 12 किलो मीटर रेल मार्ग को 15 साल के लिए बीसीसीएल को कोयला निकालने के लिए लीज पर दिया गया है.
सुविधाओं का होगा विस्तार
अधिकारियों ने बताया कि धनबाद स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक व दो पर एक एक लिफ्ट लगाया जायेगा. साउथ साइड स्टेशन पर सुविधाएं बढ़ायी जायेंगी, जिससे की यात्रियों को बैंक मोड़ ओवरब्रिज के जाम से निजात मिल पाये. वहीं दो-तीन नंबर प्लेटफॉर्म को ऊंचा किया जा रहा है. बाहरी पुल का निर्माण इस वर्ष के अंत तक कर दिया जायेगा.