सड़क सुरक्षा पर प्रशिक्षण व कार्यशाला, राज्य भर से आये इंजीनियर व विशेषज्ञों की राय
पथ निर्माण विभाग (आरसीडी) व स्टेट हाइवे ऑथोरिटी ऑफ झारखंड (साज) की ओर से सिंफर ऑडिटोरियम में शुक्रवार को सड़क सुरक्षा पर प्रशिक्षण व कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें राज्य भर के करीब 300 इंजीनियरों के साथ-साथ धनबाद पुलिस विभाग, शिक्षा, उत्पादन, परिवहन व प्रशासनिक विभाग के अधिकारियों ने शिरकत की.
धनबाद.
कार्यशाला में सड़क सुरक्षा विशेषज्ञ डॉ एम मुरली कृष्णा ने कहा कि सड़क दुर्घटनाएं न हो तथा इससे कम करने के लिए इंजीनियर, प्रशासन, पुलिस, हेल्थ विभाग, एनजीओ, मीडिया को अपनी-अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी. साथ ही, इसके प्रति लोगों को जागरूक करना होगा.
माता-पिता बच्चों को घर से करें जागरूक : एसपी
ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर ने कहा कि मां-बाप का पहला कर्तव्य है कि अपने माइनर बच्चों को वाहन न दें. उन्होंने कहा कि एक पुलिस अधिकारी के लिए सबसे बड़ा दर्द उस समय होता है, जब बच्चे 20 साल से कम उम्र वाले लड़कों के शव को वह देखते हैं. इसलिए अभिभावक अपने बच्चों को जागरूक करें कि वह ओवर स्पीड गाड़ी न चलायें व सीट बेल्ट का प्रयोग करें. अत्यधिक घटनाएं नियमों को तोड़ने से ही होती है.
2020 तक दुर्घटना कम करने का लक्ष्य : महेंद्र सिंह
अधीक्षक अभियंता एवं पथ निर्माण (हजारीबाग) महेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार वर्ष 2020 तक सड़क दुर्घटना को कम करने के लक्ष्य के साथ काम कर रही है. पूरी दुनिया में प्रति वर्ष सड़क दुर्घटना में 1.5 मिलियन लोग मारे जाते हैं, जिसमें दस प्रतिशत अकेले भारत से होते हैं. देश की अत्यधिक दुर्घटनाएं ओवर स्पीड, ह्यूमन फॉल्ट, अल्कोहॉलिक के कारण होती हैं. 10-15 प्रतिशत दुर्घटनाएं इंजीनियरिंग साइड से होती हैं.
फर्स्ट एड की जानकारी ट्रैफिक पुलिस को हो : दिलीप
कार्यपालक अभियंता दिलीप कुमार साह ने कहा कि शराब पीकर गाड़ी चलाने, अनट्रेंड ड्राइविंग के कारण दुर्घटनाएं अधिक होती है. कई ट्रैफिक पुलिस वाले भी अनट्रेंड होते हैं. इसके लिए नेशनल स्तर पर ट्रेनिंग स्कूल होनी चाहिए. फर्स्ट-एड की जानकारी यदि पुलिस को हो तो वह सड़क पर ही तत्काल फर्स्ट-एड कर घायल को अस्पताल पहुंचाया जा सकता है. गोल्डेन आवर का पालन करना (घटना के एक घंटे के अंदर अस्पताल तक पहुंचाना) जरूरी है. इन जगहों पर एंबुलेंस के साथ-साथ क्रेन की व्यवस्था हो. उद्घाटन मुख्य अतिथि अधीक्षक अभियंता एवं पथ निर्माण (हजारीबाग) महेंद्र प्रसाद सिंह व विशिष्ट अतिथि पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) आशुतोष शेखर, जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ माधुरी कुमारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रश्मि सिन्हा, ट्रैफिक डीएसपी अशोक कुमार तिर्की, सहायक अभियंता पथ निर्माण (धनबाद) दिलीप कुमार साह आदि ने किया. संचालन सहायक अभियंता अभिनंदन कुमार ने किया. कार्यपालक अभियंता दिलीप कुमार साह, सहायक अभियंता नरेंद्र प्रसाद सिंह, बाला प्रसाद चौधरी, कनीय अभियंता अनिल कुमार एवं सभी कनीय अभियंता व कर्मचारियों का सराहनीय योगदान रहा.