मृतक संतोषी कुमारी के माता कोयली देवी से मामले की जानकारी लिया.
मां ने कहा कि घटना से आठ दिन पुर्व से घर मे खाना नही था.चाय बनाकर व पानी पीकर भुख शांत कर रहे थे.
सिमडेगा जिले के जलड़ेगा प्रखंड स्थित कारीमाटी बस्ती टोली गांव झाविमो के सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी, बंधु तिर्की, तुलसी साहु, योगेंद्र प्रताप, निलेश तिर्की व दीपा बडाईक के साथ झाविमो के कार्यकर्ता पहुचे. 28 सितम्बर को भूख जनित बिमारी से हुई संतोषी कुमारी की माैत के मामले कीजानकारी लेने व पीडित परिवार वालो के घर पहुंच कर मृतका.की मां कोयली देवी व परिवार के सदस्यो से मिलकर वस्तु स्थिति की जानकारी लिया.बाबूलाल मरांडी व बंधु तिर्की के समक्ष कोयली देवी ने कहा कि उन्हे छ माह से राशन नही मिला है पति मानसिक बीमारी से ग्रसित है मै स्वयं बिमार थी काम धंधा नही जा सकी आठ दिनो तक पानी पीकर रहे खाना मांग रही थी तब मैं चाय बनाकर दी चाय पीने के बाद बच्ची का पैर हाथ मरोड़ने लगा और मृत्यु हो गई घर के लोग ही दफनाये बच्ची को कोई बिमारी नही थी बाबूलाल मरांडी द्वारा पेंशन के बारे पूछा तो बताया कि उन्हे पेंशन नही मिलती है उक्त गांव के जोहन समद, शांति देवी, कोरयो देवी, मनरखनी देवी,मोहन सिंह,नरेश बडाईक ने भी राशन नही मिलने की शिकायत की परिवार व ग्रामीणो से जानकारी लेने के बाद बाबूलाल मरांडी व बंधु तिर्की ने कोयली देवी को आठ हजार रुपये, एक क्विंटल चावल मदद की तथा अन्य मदद सरकार से दिलाने का आश्वासन दिया मृतका बच्ची के बडे बाप पति नायक जो झोपडी मे रहते है उस परिवार को भी साै केजी चावल व 25 सो रूपया देकर मदद किया.
इस अवसर पर सुभाष साहु,मोहन सिंह,मो रफीक ,मो तनु, पुलिस निरिक्षक अलोक कुमार,जलडेगा थाना प्रभारी सामुएल लिंडा के अलावा अन्य लोग उपस्थित थे.
ग्रामीणो ने बाबुलाल मरांडी को लचरागढ से कारीमाटी होते हुए बाड़ीविरंगा सड़क निर्माण की मांग किया.
कारीमाटी गांव के ग्रामीणो ने बाबुलाल मरांडी से गांव की विभिन्न समस्या के बारे अवगत कराया.ग्रामीणो ने बताया कि लचरागढ से कारीमाटी सड़क की स्थिति काफी जर्जर है.यहां कई स्कूल हैं
जहां रोजना हजारों की संख्या मे बच्चे पढ़ने जाते है.साथ ही कारमाटी गांव को जोडने के लिए यह मुख्य पथ है
बाबूलाल मरांडी ने पत्रकारो से कहा कि सरकार गरीबी उन्मुलन के लिए कई योजना चला रही है.फिर भी लोग भुख से मर रहे है.समाज ,गांव राज्य के लिए शर्म की बात है.उन्होने कहा कि सरकार ने योजना चला रही है.लेकिन सिष्टम की सहयोग नही मिलने से एैसा मामला सामने आ रहा है.आगे कहा कि
भुख से किसी की मृत्यु होना शर्मनाक बात है सरकार के पास आवाज उठायेंगे.आंगनबाड़ी मिड डे मील सहित कई अन्य योजनाए है पर किसी बच्ची की मौत भूख से होना शर्मनाक है आठ दिन तक पानी पीकर रहना शर्मनाक है सरकार कुछ नही देख रही है सीओ बीडीओ जनसेवक पंचायत सेवक या जनप्रतिनिधि क्या कर रहे है कोई सुधि लेने वाला नही सरकार 1000 दिन बिताने पर जश्न मना रही है जबकि लोग भूखे मर रहे है बहुत ही शर्म की बात है सरकार हर मोर्चे पर फेल हो रही है सरकार की फरजीवाडा बताते हुए कहा कि ढाई लाख राशन कार्ड रद्द किया तथा ग्यारह हजार के करीब पेंशन रद्द किया गया.सरकार को चाहिए कि गांव गांव मे कैम्प लगाकर राशन कार्ड तथा पेंशन बनाना चाहिए साथी सही लोगों को लाभ देना चाहिए. ताकि एैसी नाौबत ना आये.अपने को सुपर पावर कहते है पर लोग भूखे मर रहे है.