केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि झारखंड के कोयला खदानों के कोयले से तैयार मिथिनॉल से ट्रक, बस और कारें ही नहीं जहाज भी चलाये जायेंगे. गडकरी ने कहा कि झारखंड में कोयला सरप्लस है. आने वाले समय में झारखंड देश को मिथिनॉल देने वाला देश का नंबर वन राज्य बनेगा. उन्होंने कहा कि खराब कोयले से भी मिथिनॉल तैयार किया जा सकता है. गडकरी झारखंड सरकार के 1000 दिन पर विधानसभा मैदान में आयोजित शिलान्यास और लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. कार्यक्रम में गडकरी ने सरकार 55 सौ करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास, 333 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली चास- रामगढ़ नेशनल हाइवे का लोकार्पण और सरकार की उपलब्धियों के 1000 दिन पुस्तिका का विमोचन किया.
रघुवर सरकार ने भाजपा के वादों को किया पूरा
गडकरी ने कहा कि उन्हें खुशी है कि रघुवर दास के नेतृत्व में झारखंड सरकार ने 1000 दिन पूरे किये हैं. यह एक हजार दिन उपलब्धियों भरे रहे. उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त जाति, धर्म के आधार पर घोषणाएं होती है. लोगों को धर्म और सम्प्रदाय के आधार पर डराकर और विकास के सब्जबाग दिखाकर वोट लिया जाता है, लेकिन चुनाव के बाद प्रगति और विकास जनता का नहीं कुछ खास लोगों का होता है. उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार ने इस धारणा को बदल दी. भाजपा ने चुनाव से पहले जो वादे जनता से किये थे वह रघुवर दास के नेतृत्व में पूरे हुए.
आधारभूत संरचना की कमी के कारण गांवों में कम हुई 33 फीसदी आबादी
गडकरी ने कहा कि किसी सरकार के कामकाज का आकलन राज्य की आधारभूत संरचनाओं के आधार पर होता है. शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में झारखंड रघुवर दास के नेतृत्व में तेजी से आगे बढ़ी है. उन्होंने कहा कि गांवों की 33 फीसदी आबादी कम हुई है, लोग असुविधाओं के कारण गांवो से पलायन कर गये. सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा और रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाएं गांवों में नहीं होने के कारण लोग गांवों को छोड़ रहे हैं, लेकिन रघुवर सरकार ने गांवों के विकास को प्राथमिकता दी. गांवों में बिजली पहुंचाया, शिक्षा की ज्योत जलायी, सड़कें बनवायी और गांव में ही लोगों को रोजगार दी.
परिवारवाद की राजनीति पर गडकरी ने जमकर साधा निशाना
नितिन गडकरी ने विपक्षी दलों पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि राज्य को आजादी के बाद काफी नुकसान हुआ है. परिवारवाद और वंशवाद को बढ़ावा मिला है. पीएम के पेट से पीएम, सीएम के पेट से सीएम, एमपी के पेट से एमपी और एमएल के पेट से एमएलए पैदा हुए. एमपी-एमएलए का बेटा होना गुनाह नहीं है, लेकिन परिवार उसे नेता के रूप में सामने क्यों लाये. जब जनता उन्हें टिकट देने को कहे तब उन्हें टिकट दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था, लेकिन देश से गरीबी नहीं हटी, सिर्फ कांग्रेस नेताओं और उनके चेले-चपाटियों की गरीबी दूर हुई.
1000 दिन में राज्य की स्थिति सुधारने की हर संभव कोशिश की, राज्यहित में हुए सभी कामः रघुवर दास
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि उनकी सरकार ने 1000 दिन में राज्य की स्थिति को सुधारने की पूरी कोशिश की. देखते-देखते 1000 दिन कैसे बीत गये पता ही नहीं चला. भाजपा ने चुनाव के वक्त घोषणापत्र में जनता से जो वादे किये थे उसे पूरा करने का हर संभव प्रयास किया गया. जो भी काम हुए राज्यहित में हुए. उन्होंने कहा कि सरकार की उपलब्धियों की पुस्तिका में उपलब्धियों को बढ़ा-चढ़ा कर नहीं दिखाया गया है, बल्कि जो हकीकत है वही दिखायी गयी है. सीएम ने कहा कि आजादी के 70 साल में राज्य में सिर्फ 3 मेडिकल कॉलेज थे, लेकिन उनकी सरकार ने 1000 दिन में तीन मेडिकल कॉलेजों की नींव रखी. जल्द ही यह तीनों मेडिकल कॉलेज शुरू होंगे. इसके अलावा तीन और मेडिकल कॉलेज के लिए डीपीआर बनाकर केंद्र सरकार को भेज दिया गया है. तीनों मेडिकल कॉलेजों में 500 बेड अस्पताल राज्य सरकार अपने खर्च पर बनायेगी.
भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने की नीति और नियत साफ
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की भ्रष्टाचार से लड़ने की नीति और नियत साफ है. भ्रष्टाचार कम हुआ है, लेकिन अफसरशाही से भ्रष्टाचार को पूरी तरह खत्म करना है. इस दिशा में सरकार ने सकारात्मक काम किया है. हर प्रमंडल में एसीबी का कार्यालय खोला जा रहा है. 1000 दिनों में कई भ्रष्टाचारी पकड़े गये हैं. उन्होंने कहा कि 1000 दिनों में 1 लाख से ज्यादा लोगों को नौकरी मिली है. इनमें 90 फीसदी लोग झारखंड के हैं. सीएम ने कहा कि जब उन्होंने सत्ता संभाला था तब राज्य आर्थिक-सामाजिक क्षेत्र में काफी पिछड़ा था. लेकिन अब काफी विकास हआ है.
देवघर-बासुकीनाथ, गढ़वा-बालूमाथ सड़क का काम जल्द शुरू करने की मांग
रघुवर दास ने कहा कि राज्य सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर पर ज्यादा विकास चाहती है. झारखंड की वार्षिक विकास दर 8.6 फीसदी है. झारखंड गुजरात के बाद दूसरे नंबर पर है. उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से आग्रह किया कि देवघर-बासुकीनाथ रोड और गढ़वा-बालूमाथ रोड का काम जल्द शुरू कराने की दिशा में पहल करें. दोनों सड़कों का डीपीआर बनाकर केंद्र को भेज दिया गया है.