मनींद्र नाथ मंडल के 23 वें शहादत दिवस पर दी गयी श्रद्धांजलि
धनबाद: पूर्व उप मुख्यमंत्री सह आजसू पार्टी के सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा है कि झारखंड आंदोलनकारियों और शहीदों के परिजनों को जो सम्मान मिलना चाहिए था, वह नहीं मिला. झारखंड निर्माण के लिए खून बहाने वाले शहीदों को राजनीतिक चश्मे से नहीं, बल्कि श्रद्धा की दृष्टि से देखा जाना चाहिए. शहीदों को राजनीतिक दलों में बांटने के बजाय, सभी को उनके सपनों को साकार करने का प्रयास करना चाहिए. यही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी. शहीदों के खून का एक-एक कतरा झारखंड के युवाओं पर कर्ज है. सुदेश मंगलवार को स्टील गेट में शहीद मनींद्र नाथ मंडल की 23 वीं पुण्यतिथि के अवसर आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे.
सुदेश ने कहा कि आंदोलन और शहादत से झारखंड राज्य मिला है. परंतु राज्य के आंदोलनकारियों के परिवार उपेक्षित हैं. आज झारखंड की सोच को यहां की संस्कृति के अनुरूप आगे ले जाने की जरूरत है. उन्होेंने धनबाद में बिनोद बिहारी महतो के नाम पर विश्वविद्यालय खोले जाने पर कहा कि इससे पता चलता है कि रघुवर सरकार झारखंड के शहीदों व आंदोलनकारियों के लिए किस हद तक चिंतित है. समारोह को विधायक राज किशोर महतो, नागेंद्र महतो, राज सिन्हा, मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता मनींद्र मंडल की पत्नी ने रेखा मंडल ने की. मौके पर वैभव सिन्हा, धरनीधर मंडल, वार्ड पार्षद (24) मंजू देवी, गणपत महतो, हलधर महतो, रमेश टुडू, कंसारी मंडल, पवन महतो, मंटू महतो, संतोष महतो, रति लाल महतो, हीरालाल महतो, जीत लाल सिंह, महेश पासवान, सुधीर कुमार दास आदि उपस्थित थे.