पटना.डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के इस्तीफा नहीं देने के आरजेडी के दो-टूक फैसले के बाद अब नजरें जेडीयू की ओर टिक गई हैं। मंगलवार को सीएम आवास में जेडीयू स्टेट एग्जीक्यूटिव की मीटिंग के बाद सियासी तस्वीर साफ हो सकती है। मीटिंग में शामिल होने के लिए नेताओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है।
आरजेडी को लेकर पार्टी का रुख आज ऑफिशियली साफ हो जाएगा।
सोमवार को सीएम नीतीश कुमार ने कोर ग्रुप के साथ सुबह और फिर शाम को मीटिंग की थी।
सीएम ने प्रदेश जेडीयू प्रेसिडेंट वशिष्ठ नारायण सिंह, नेशनल जनरल सेक्रेटरी आरसीपी सिंह, मंत्री विजेंद्र यादव और ललन सिंह के साथ राजनीतिक हालात पर चर्चा की।
मीटिंग में शामिल नेताओं ने इस संबंध में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया गया। यहां तक की प्रदेश प्रेसिडेंट ने तो मीडियाकर्मियों के लिए घर का गेट तक बंद करवा दिया।
इस बीच, मंत्री और जेडीयू नेता जय कुमार सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार अपने सिद्धांतों और छवि के साथ कभी समझौता नहीं करते हैं। नीतीश इससे पहले भी कई बड़े पद को छोड़ चुके है। जेडीयू स्पोक्सपर्सन श्याम रजक ने कहा कि नीतीश कुमार ने ना कभी सिद्धांतों के साथ समझौता किया है, ना आगे करेंगे। यह मीटिंग पहले से तय है।
लालू प्रसाद यादव के परिवार पर सीबीआई, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) की कार्रवाई के बाद सोमवार को पहली बार आरजेडी विधायक दल की मीटिंग हुई थी।
पार्टी के सीनियर नेता नेता अब्दुल बारी सिद्धीकी ने बताया था कि मीटिंग में तेजस्वी यादव के इस्तीफे पर चर्चा नहीं हुई। वे डिप्टी सीएम के पद से इस्तीफा नहीं देंगे। वे विधानमंडल के नेता हैं और रहेंगे।
इस मीटिंग में तीन मुद्दों पर चर्चा हुई थी। पहला- देश के बिगड़ते हालात, दूसरा- राष्ट्रपति चुनाव, तीसरा- 27 जुलाई को पार्टी की रैली।
सिद्धीकी ने कहा था कि लालू जी को पहले भी इस तरह की मुश्किल में डाला गया था, परेशान किया गया और किया जा रहा है। लेकिन, जब-जब उन्हें ऐसे तत्व मुसीबत में डालते हैं, तब-तब पार्टी और मजबूत होती है।
विधायक दल की मीटिंग में तेजस्वी पर केस दर्ज होने के बाद भी उनके काम की जमकर तारीफ की गई।
मीटिंग में आरजेडी नेता जगदानंद सिंह ने महागठबंधन में सब कुछ ठीक होने का दावा किया और बताया कि सीबीआई छापों के बाद नीतीश ने लालू से फोन पर बात की थी।