जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद भले ही कई व्यापारियों को राहत मिली है, लेकिन व्यापारियों का एक बड़ा तबका अभी भी सरकार से नाखुश है. जीएसटी में बदलाव को लोग व्यवसायियों के लिए दिवाली का तोहफा बता रहे हैं, लेकिन राजधानी रांची के अलग-अलग बाजारों में दुकान चलाने वाले व्यापारी इससे संतुष्ट नहीं है. उधर सरकार के पक्ष ही के जो लोग कल तक जीएसटी पर सरकार की आलोचना कर रहे थे आज वह जीएसटी की जमकर तारीफ कर रहे हैं. महज तीन दिन पहले भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता, जीएसटी स्टेट काउंसिल के सदस्य और चैंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्य दीनदयाल बर्णवाल ने जीएसटी पर सरकार की आलोचना की थी.
5 तारीख को जीएसटी को सिरदर्द बताने वाले दीनदयाल बर्णवाल ने 8 अक्टूबर को जीएसटी की जमकर अच्छाईयां गिनाई. जब आलोचना करना था तब अखबारों को अलग से बयान दे दिया और जब सरकार की पीठ थपथपानी थी तब बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जीएसटी की अच्छाईयां गिनाई. जब जीएसटी में दीनदयाल वर्णवाल और उनके जैसे बड़े कारोबारियों के मन मुताबिक बदलाव हो गया तब जीएसटी की अच्छाइयां उनके सामने आ गयी. अब छोटे व्यवसायियों की आवाज को सुने बगैर खुद भी जीएसटी का गुणगान कर रहे हैं और दूसरों को भी अच्छाई बता रहे हैं.
5 अक्टूबर को दीनदयाल वर्णवाल ने क्या कहा
5 अक्टूबर को दैनिक प्रभात खबर के पेज नंबर 9 में जीएसटी पर छपी खबर में दीनदयाल वर्णवाल का भी बयान था. अपने बयान में दीनदयाल वर्णवाल ने कहा था. “ जीएसटी ने उलझा कर रख दिया है. जिनके पास भी 30.06.2017 का स्टॉक है और उनपर वैट और एक्साइज चुका दिया गया है. उनको अबतक क्रेडिट नहीं मिल पाया है. इन पर दोबारा टैक्स लग रहा है. इस कारण व्यापारियों की सारी पूंजी फंस रही है. व्यापार करने में मुश्किल हो रहा है. सरकार ने जुलाई-अगस्त का टैक्स ले लिया है. अब सितंबर का भी ले लेगी, लेकिन अभी तक एक रुपये भी टैक्स क्रेडिट नहीं मिल पाया है.
8 अक्टूबर को दीनदयाल क्या कह रहे हैं
8 अक्टूबर को भाजपा ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दीनदयाल वर्णवाल ने कहा कि वित्तमंत्री अरूण जेटली ने जीएसटी में कई तरह की छूटों की घोषणा की है. इससे छोटे कारोबारियों, निर्यातकों और उपभोक्ताओं को काफी राहत मिलने की उम्मीद है. कुछ तकनीकी समस्याएं हैं, लेकिन वह धीरे-धीरे खत्म हो जायेंगी. उन्होंने कहा कि नये बदलाव के तहत निर्यातक के कर का पैसा तुरंत मिलेगा. कंपोजिशन स्कीम का दायरा भी 75 लाख से एक करोड़ रुपये हुआ. दीनदयाल ने वह सारी बातें बतायी जो जीएसटी काउंसिल के बाद वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा था.