जिप अध्यक्ष स्कॉर्पियों से आये और एक चक्कर लगा कर चले गये
जिला परिषद अध्यक्ष रोबिन चंद्र गोरांई ने सोमवार को समाहरणालय में आत्मदाह करने की खबर उड़ा प्रशासन और पुलिस को दिन भर परेशान रखा. पूरे दिन डीसी ऑफिस में पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी डटे रहे. रणधीर वर्मा चौक से डीसी कार्यालय तक खुफिया तंत्र को सक्रिय रखा गया था. जिप अध्यक्ष एक बार डीसी ऑफिस आये. लेकिन गाड़ी से बिना उतरे निकल गये. विदित हो कि पिछले सोमवार को रोबिन समाहरणालय परिसर में जमीन पर बैठ गये थे. सामने आधी बोतल केरोसिन रखा था. वह आत्मदाह करने की धमकी दे रहे थे. प्रशासन ने उन्हें हटाया था.
अधिकारियों-मीडियाकर्मियों को खुद दी सूचना
जिप अध्यक्ष ने आज सुबह आठ बजे के करीब कुछ अधिकारियों व मीडियाकर्मियों से कहा कि वे दोपहर 12 बजे के करीब डीसी कार्यालय जायेंगे. उनके साथ मारपीट करने वाले पोषण सखी के पति गौतम दसौंधी की अब तक गिरफ्तारी नहीं होने सहित अन्य मुद्दों पर डीसी से बात करेंगे. अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो वहीं आगे की कार्रवाई करेंगे. यह सूचना तुरंत सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी. आनन-फानन में डीसी कार्यालय में सुरक्षा बढ़ा दी गयी. सूचना यह भी थी कि जिप अध्यक्ष रणधीर वर्मा चौक पर भी आत्मदाह की कोशिश कर सकते हैं. इसलिए रणधीर वर्मा चौक पर भी दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी. कुछ पुलिसकर्मियों को सादे लिबास में रणधीर वर्मा चौक से डीसी कार्यालय तक तैनात कर दिया गया.
एक बजे आये जिप अध्यक्ष, नहीं थे डीसी
समाहरणालय में उपायुक्त नहीं थे. बताया गया कि उपायुक्त सिंदरी गये हुए हैं. वहां पर एसडीएम राकेश कुमार एवं डीएसपी (विधि-व्यवस्था) नवल किशोर शर्मा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में दंडाधिकारी व पुलिस बल तैनात थे. सभी खुफिया जानकारी ले रहे थे. अपराह्न एक बजे के करीब सूचना आयी कि जिप अध्यक्ष एक लाल रंग के वैगन आर कार से कोर्ट परिसर पहुंचे हैं. डीसी ऑफिस में तैनात अधिकारी एवं पुलिस कर्मी सतर्क हो गये. कुछ देर बाद जिप अध्यक्ष रोबिन गोरांई डीसी कार्यालय एक स्कॉर्पियो से आये. गाड़ी में एक मिनट बैठे रहे. फिर तेजी से गाड़ी डीसी ऑफिस से निकल गयी. कहा गया कि डीसी के कार्यालय आने के बाद दुबारा आयेंगे. इसके बाद भी वहां तैनात अधिकारी एवं पुलिस कर्मी डटे रहे. चार बजे के बाद जब यह तय हो गया कि आज जिप अध्यक्ष अब डीसी ऑफिस नहीं आयेंगे तब सारे अधिकारी एवं पुलिस कर्मी वहां से हटे.
वीडियोग्राफी की भी थी व्यवस्था
एहतियात के तौर पर आज डीसी ऑफिस में वीडियोग्राफर भी बुलाया गया था. सीसीटीवी कैमरा से भी हर आने-जाने वाले पर नजर रखा जा रहा था. वीडियोग्राफी भी हो रही थी. प्रशासन किसी तरह का रिस्क लेने को तैयार नहीं था. दोनों गेट पर दंडाधिकारी व पुलिस अधिकारी तैनात थे.
मेरे पति कोई उग्रवादी नहीं : अनिता
धनबाद. जिला परिषद के अध्यक्ष रोबिन चंद्र गोरांई की पत्नी सह मुखिया अनिता गोरांई ने कहा है कि उनके पति कोई उग्रवादी नहीं हैं जिनके लिए प्रशासन को पूरी ताकत झोंकनी पड़ रही है. जिप अध्यक्ष ने डीसी से मिलने के लिए समय लिया था. डीसी खुद सीएम के कार्यक्रम की तैयारी के बहाने सिंदरी चले गये. दूसरी तरफ रणधीर वर्मा चौक से डीसी कार्यालय तक ऐसे पुलिस कर्मियों की तैनाती की गयी कि लग रहा था कि कोई बड़ा कांड होने वाला हो. जिप अध्यक्ष पर हमले के एक सप्ताह बाद भी हमलावर की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. जबकि डीसी एवं एसएसपी ने 24 घंटे के अंदर गिरफ्तारी का वादा किया था. पुलिस चाहती तो अब तक हमलावर गौतम दसौंधी को गिरफ्तार कर लेती. लेकिन राजनीतिक दबाव में उसे बचाया जा रहा है. मंगलवार को सीएम से मिल कर अपनी मांगों को रखेंगे. जिप चेयरमैन की सुरक्षा बढ़ाने की भी मांग की जायेगी. श्रीमती गोरांई भी आज अपने पति के साथ डीसी आॅफिस पहुंची थीं.