व्यवसायी की पत्नी ने फांसी लगा कर की आत्महत्या-
परिजनों ने लगाया दहेज के लिए हत्या करने का आरोप-
चिरकुंडा थाना अंतर्गत नेहरू रोड मोड़ निवासी गिरीश अग्रवाल की पत्नी पूनम अग्रवाल (33) की मौत मंगलवार की रात संदेहास्पद स्थिति में हो गयी. ससुराल वाले फांसी लगाकर आत्महत्या करने की बात कह रहे हैं, जबकि मृतका की बहन ने ससुराल वालों पर हत्या का आरोप लगाया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
चिरकुंडा
ससुराल वालों के अनुसार पूनम ने किचेन में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना के बाद उसे स्थानीय अस्पताल व उसके बाद आसनसोल ले गये, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा परिजन को बुधवार को सौंप दिया. सूचना पाकर पूनम के मायका खजांची तालाब रोड हजारीबाग से उसकी बहन रेखा चिरकुंडा पहुंची. रेखा ने पुलिस को बताया कि शादी के बाद से ही उसके पति सहित तीन अन्य भाई संजय अग्रवाल, अनिल अग्रवाल व सुनील अग्रवाल प्रताड़ित किया करते थे. कई बार बैठक हुई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. एक सप्ताह से बहन काफी परेशान थी और ससुराल वालों पर हत्या करने की आशंका व्यक्त कर रही थी. कल की घटना की भी सूचना उसे दूसरों के माध्यम से मिली. ससुराल वालों ने मिल कर उसे मार दिया है और साक्ष्य छुपाने का प्रयास किया है. कहा कि 10-15 दिन पूर्व ट्रैक्टर मरम्मत के लिए उसे 40 हजार रुपया दिया गया था. ट्रैक्टर बनाकर बहनोई के बड़े भाई संजय अग्रवाल ने अपने कब्जा में रख लिया. पूनम स्वयं कुछ व्यवसाय करना चाहती थी, लेकिन उसे कुछ भी करने नहीं दिया गया. भरण पोषण के लायक पैसा नहीं दिया जाता था. 20 तोला से अधिक का जेवरात भी जेठ ने अपने पास रख लिया.
साक्ष्य छिपाने का प्रयास : पुलिस
पुलिस का भी मानना है कि साक्ष्य छुपाने का प्रयास किया गया है, किचेन में पूनम द्वारा फांसी लगाने की बात कही जा रही है, जबकि साड़ी उसके बेडरूम की दराज से मिली. रेखा की शिकायत पर चारों भाइयों के खिलाफ चिरकुंडा थाना हत्या की प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है. इंस्पेक्टर मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
पति-पत्नी में हुआ था विवाद
पूनम के पति गिरीश अग्रवाल का कहना है कि कल रात जब घर आया तो पत्नी के साथ विवाद हुआ. वह काफी उग्र थी और उसने उसे और बेटा आर्यन को एक कमरा में जबरन बंद कर दिया. बंद करने के बाद उसने किचेन में जाकर फांसी लगा ली.
लंबे समय से से परिवार के साथ चल रहा था विवाद
पूनम और परिवारवालों के बीच काफी लंबे समय से विवाद चल रहा था. तीन दिन पूर्व भी बराकर में पंचायती बेनतीजा समाप्त हुई थी. बताया कि संजय अग्रवाल व तीन भाई एक साथ हैं, जबकि गिरीश अग्रवाल अलग था. इनका ईंट भट्ठा है और अन्य कारोबार है. संजय विवाद को लेकर ही चिरकुंडा में भाड़ा के मकान में रहता है.