तीन साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म कर मानवता को शर्मसार करने की घटना फिर सामने आयी है. घटना चतरा जिला के गिद्धौर थाना क्षेत्र की है. दशहरा के मौके पर अपने पिता के साथ मेला घूमने गयी तीन साल की मासूम बच्ची को दरिंदों ने अपनी हवस का शिकार बनाया. मामले को लेकर पीड़ित बच्ची के पिता ने गिद्धौर थाना में रिपोर्ट दर्ज करवाया है.
क्या है मामला
गिद्धौर थाना क्षेत्र स्थित बरटा ग्राम के रहने वाले एक व्यक्ति अपनी तीन साल की बच्ची को दसहरा का मेला दिखाने ले गया. मेला घूमाने के दौरान बच्ची का पिता एक स्थान पर बच्ची को बैठाकर कुछ सामान खरीदने चला गया. सामान खरीद कर जब वापस लौटा तो स्थान पर अपनी बच्ची को नहीं पाया. अपनी तीन साल की मासूम बोटी को उस स्थान पर नहीं देख कर पिता के होश उड़ गये. बदहवास पिता अपनी मासूम बच्ची को हर जगह ढूंढने लगा. तालाश करते हुए लगभग रात 11:30 बजे बच्ची को एक स्थान पर खून से लथपथ और बेहोशी हालत में पाया. आनन-फानन में पिता बच्ची को उठा कर अस्पताल की ओर भागा. जहां उसे पता चला कि तीन साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है.
गांव के दो लोगों के खिलाफ प्राथमिकी
इस सम्बन्ध में मासूम बच्ची के पिता ने गिद्धौर थाना में आवेदन दे कर शिकायत की है. उन्होंने गांव के ही दो लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं दूसरा अभियुक्त पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. बताया जा रहा है कि दूसरे अभियुक्त को बचाने का प्रयास किया जा रहा है.
दूसरा आरोपी है पुलिस का जवान
दुष्कर्म की शिकार बच्ची के पिता ने बताया कि दूसरा अभियुक्त मुकेश दांगी पुलिस का जवान है और वह रांची में पोस्टेड है. उनका कहना है कि दूसरा नामजद अभियुक्त पुलिस में कार्यरत है, इसीलिए गिद्धौर पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर रही है.
पीड़ित बच्ची की हालत गंभीर
दुष्कर्म की शिकार बच्ची को गिद्धौर पुलिस ने नजदीक के अस्पताल चतरा ना लेजाकर हज़ारीबाग ले गयी है. पुलिस ने बच्ची को हजारीबाग के सदर अस्पताल में भर्ती कराया है. डाक्टरों ने बताया कि बच्ची की हालत काफी गम्भीर बनी हुई है. उसके गुप्तांग से लगातार रक्तस्राव हो रहा है. बच्ची के परिजन वहां के इलाज से संतुष्ट नहीं हैं. परिजनों ने इलाज कर रहे डॉक्टरों पर बच्ची के ईलाज में लापरवाही करने का आरोप लगाया है.