पुलिस 200 लोगों को कस्टडी में लेकर भेजा कैंप जेल
खूंटी: बीजेपी एमपी कड़िया मुंडा के तीन बॉडीगार्डों को मुक्त कराने गयी पुलिस पर पत्थलगड़ी समर्थकों ने पत्थरबाजी की. बार-बार समझाने के बावजूद पत्थलगड़ी समर्थक नहीं मानें और तीनों पुलिस जवानों को नहीं छोड़ा. पुलिस ने बुधवार सुबह आंसु गैंस के गोल छोड़े और लाठीचार्ज किया. इसमें एक ग्रामीण की मौत हो गयी है. पुलिस लगभग 200 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर खुंटी कैंप जेल में रखी है. पुलिस घर-घर सर्च अभियान चल रही है. स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.
दोनों ओर से मोरचाबंदी
एमपी के बॉडीगार्डों को अगवा किये जाने के बद खूंटी से हजार जवानों के साथ खूंटी के एसपी व डीसी मंगलवार की शाम घाघारा पहुंचे. पत्थलगड़ी समर्थकों से 100 मीटर की दूरी पर पुलिस ने मोर्चेबंदी की और हथियारों के साथ अपना-अपना पोजिशन ले लिया. पत्थलगड़ी समर्थक महिला-पुरुष भी पारंपरिक हथियार के साथ मोर्चेबंदी किए हुये थए. पत्थलगड़ी समर्थकों में जॉन जुनास तिड़ू व युसूफ पूर्ति के साथ महिलाएं लीड कर रही थीं. पत्थलगड़ी समर्थकों की ओर से ग्राम प्रधान करम सिंह मुंडा ने महिलाओं को पुलिस के पास संदेश लेकर भेजा कि वे अपने पांच प्रतिनिधियों को उनके पास वार्ता के लिए भेजें. ग्राम सभा के प्रस्ताव को पुलिस अधिकारियों ने ठुकरा दिया और पुलिस अधिकारियों ने ग्राम सभा के पांच सदस्यों को वार्ता के लिए बुलाया, जिसे ग्राम सभा ने भी ठुकरा दिया.