कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा है कि डीसी रेल लाइन बंदी, आरएसपी कॉलेज की शिफ्टिंग और झरिया का विस्थापन, यही है भाजपा के अच्छे दिन. दो करोड़ लोगों को प्रतिवर्ष रोजगार देने, किसानों का ऋण माफ करने, सभी लोगों तक स्वास्थ्य व शिक्षा पहुंचाने व अच्छे दिन का वादा तो जुमला ही बन कर रह गया है. प्रधानमंत्री टीवी पर केवल लंबी-लंबी बातें करते हैं. अब अच्छे दिन के बदले न्यू इंडिया की बात कही जा रही है. कांग्रेस प्रभारी मंगलवार को धनबाद परिसदन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. मौके पर सह प्रभारी उमंग सिंघाल, सुखदेव भगत, आमगीर आलम, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय कुमार, सरफराज अहमद, जिला अध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह समेत अन्य मौजूद थे. आरपीएन ने कहा कि जिस रेल ट्रैक पर घास जमी है उसके नीचे आग कैसे हो सकती है. आग का बहाना बनाकर डीसी रेल लाइन को बंद कर दिया गया है. रेलवे रैक की जगह अब ट्रकों से कोल ट्रांसपोर्टिंग हो रही है. रैक से काफी महंगे दर पर ट्रक से कोयले की ट्रांसपोर्टिंग होती है. ट्रांसपोर्टिंग का ठेका कोई आम आदमी थोड़े ही ले सकता है. तीन साल से केंद्र व राज्य में भाजपा की सरकार है. एक ही आवाज में रेल लाइन व कॉलेज बंद कर दी जाती है. अगर जमीन के नीचे आग है तो उसके बचाव के क्या उपाय किये गये. कोई रास्ता क्यों नहीं निकाला गया. कांग्रेस 72 घंटे के अंदर डीसी रेल लाइन व झरिया को लेकर ठोस आंदोलन की रणनीति बनायेगी. सरकार एक हजार दिन का विज्ञापन में करोड़ों खर्च कर रही है. झरिया व कतरास की चिंता न तो सरकार को है, न ही भाजपा के सांसद व विधायक को. सुखदेव भगत ने कहा कि भाजपा की सरकार लोगों को बेघर कर रही है. रोजगार छीन रही है.
अपने क्लासमेट से मिले आरपीएन
धनबाद आये आरपीएन सिंह अपने क्लासमेट रहे वीरेंद्र सिंह उर्फ मुन्ना सिंह से मिले. मुन्ना सिंह दिल्ली में आरपीएन के साथ पढ़े हैं. अरसे बाद दोनों की मुलाकात हुई. दोनों ने एक दूसरे को गले लगाया और हालचाल पूछा. वीरेंद्र सिंह धनबाद के पूर्व सांसद स्वर्गीय शंकर दयाल सिंह के पुत्र हैं.