उत्तर प्रदेश के बागपत में गुरुवार की सुबह यमुना नदी में एक नाव पलट गयी. जिसमें कम से कम 22 लोगों की डूबने से मौत हो गयी. इनमें ज्यादातर मजदूर थे. अधिकारियों का कहना है कि नाव पर क्षमता से ज्यादा लोग सवार हो गए थे. एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस और प्रांतीय सशस्त्र पुलिस दल (पीएसी) गोताखोरों ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है. बचाये गये लोगों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
आक्रोशित लोगों ने गाड़ियों में लगायी आग
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि नाव पर क्षमता से अधिक लोगों के सवार होने के बावजूद उसे चलाने की अनुमति दिए जाने की वजह से लोगों में गुस्सा है. गांव वालों ने हाईवे जाम कर दिया और कुछ गाड़ियों में आग लगा दी. जिलाधिकारी भवानी सिंह और उनके अधिकारियों ने भीड़ को शांत करने का प्रयास किया, जो पोस्टमार्टम के लिए शवों को ले जाने नहीं दे रहे थे. अधिकारियों का कहना है कि नाव पर 60 से अधिक लोग सवार थे. लोगों को अपने काम पर जाने की जल्दी थी. नाव पर सवार मजदूरों को हरियाणा जाना था.
मृतक के परिजनों को दो-दो लाख सहायता राशि देने का एलान
सूचना विभाग के उप्रप्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि हादसे को संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ितों की मदद करने का निर्देश दिया है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 2 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है.